ऊना: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में गांव चढ़तगढ़ में एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार के दौरान अचानक श्मशान घाट स्वर्गधाम में पानी का सैलाब आ गया. जिससे अंतिम संस्कार में आए करीब 130 को जान आफत में पड़ गई. ग्रामीण अपनी जान बचाने के लिए जलती चिता को पानी में छोड़ आसपास की छतों पर चढ़ गए. सूचना मिलते ही एसडीएम ऊना विश्वदेव मोहन चौहान मौके पर पहुंचे. दमकल विभाग की मदद से पानी में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
घटना बीते गुरुवार शाम की है. बताया जा रहा है कि ऊना जिले के चढ़तगढ़ गांव में सुखराम की बीमारी की वजह से मौत हो गई. दोपहर बाद जैसे ही अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीण शव को लेकर स्वर्गधाम जाने लगे तो, तेज बारिश शुरू हो गई. बारिश थमने के बाद करीब 125 से 130 ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए खड्ड से घिरे स्वर्गधाम पहुंचे. अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी करने के बाद चिता को मुखाग्रि दी गई, जिसके कुछ देर बाद ही एकाएक बरसाती पानी का सैलाब आ गया. जिसने स्वर्गधाम चढ़तगढ़ को अपनी चपेट में ले लिया. इस दौरान स्वर्गधाम में करीब 5 से 6 फुट पानी भर गया.
एकाएक स्वर्गधाम में पानी भरने के चलते जलती चिता भी पानी से घिर गया. वहीं, ग्रामीणों को जान बचाने के लिए चिता को छोड़कर आसपास के छत पर चढ़ना पड़ा. इस दौरान स्वर्गधाम को जाने वाले मार्ग पर काफी फुट पानी जमा रहा. ग्रामीणों ने स्वर्गधाम से पानी निकालने के लिए दीवारे भी तोड़ दी, लेकिन जलस्तर ज्यादा कम नहीं हुआ. ग्रामीणों ने मामले की जानकारी डीसी ऊना राघव शर्मा को दी. जिसके बाद डीसी ऊना ने एसडीएम ऊना विश्व देव मोहन चौहान को मौके पर भेजा.
एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर स्वर्गधाम को जाने वाले रास्ते को जेसीबी की मदद से खुलवाया. करीब डेढ़ से दो घंटे तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद सभी ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. एसडीएम ऊना विश्व देव मोहन चौहान ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे और दमकल विभाग के कर्मियों व जेसीबी मशीन की मदद से सभी ग्रामीणों को निकाला गया. स्थानीय वासी जीपू थिंड ने बताया कि इस स्वर्गधाम में जाने के लिए पहले भी ऐसी समस्या पेश आती रही है और इसके बारे कई दफा प्रशासन को भी बताया जा चूका है.
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