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हिमाचल में फायर सीजन के लिए वन विभाग ने कसी कमर, रद्द की कर्मचारियों की छुट्टियां - una news hindi

हिमाचल वन विभाग द्वारा फायर सीजन के दौरान आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. प्रदेश के मैदानी इलाके ऊना में गर्मी के सीजन के दौरान आगजनी की घटनाएं बेतहाशा सामने आती हैं. इतना ही नहीं वन विभाग द्वारा आगजनी से प्रभावित होने वाले इलाकों को भी वर्गीकृत करते हुए संरक्षण के लिए उचित कदम उठाने का काम शुरू किया है. वहीं विभाग ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियों को पूरी तरह से निरस्त करते हुए वन्य संपदाओं के संरक्षण को पुख्ता बनाने का ऐलान किया है. (fire season in Himachal)

हिमाचल में फायर सीजन
हिमाचल में फायर सीजन
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Published : Mar 14, 2023, 4:40 PM IST

हिमाचल में फायर सीजन के लिए वन विभाग ने कसी कमर

ऊना: यूं तो हर साल गर्मी का सीजन फायर सीजन के रूप में जाना जाता है और जंगलों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों में भी आगजनी की अनेकों घटनाएं सामने आती रही हैं. लेकिन साल 2023 का फायर सीजन अन्य सालों की अपेक्षा में ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. जिसका सीधा सीधा बड़ा कारण इस बार के ठंड के सीजन में बारिश का नहीं होना माना जा रहा है. वन विभाग द्वारा फायर सीजन के दौरान आग पर काबू पाने के लिए हर प्रकार के साधन संसाधन जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है.

इतना ही नहीं विभाग द्वारा इस सीजन से निपटने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द करने का ऐलान जारी कर दिया है. इतना ही नहीं फायर सीजन के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों को भी आग पर काबू पाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. ताकि वह खुद को सुरक्षित रखते हुए वन्य संपदाओं को बचा सके. गौरतलब है कि साल 2022 में आगजनी पर काबू पाने के प्रयासों में जिला के एक वनरक्षक की बुरी तरह झुलसने के कारण मौत हो गई थी.

जिला वन अधिकारी सुशील कुमार का कहना है कि हालांकि गर्मी का सीजन फायर सीजन के रूप में जाना जाता है लेकिन इस दफा सर्दी के मौसम में बारिश नहीं होने के चलते आगजनी की घटनाएं अधिक होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने के चलते वन्य क्षेत्रों से हरियाली पूरी तरह गायब हो चुकी है. इन परिस्थितियों में वन विभाग के कर्मचारियों के लिए भी आग पर काबू पाना एक गंभीर चुनौती रहेगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द किया गया है. वहीं. दूसरी तरफ फायर सीजन के दौरान कर्मचारियों को सुगमता से एक से दूसरी जगह पहुंचने के लिए गाड़ियों का भी इंतजाम किया गया है. इतना ही नहीं आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए वन विभाग द्वारा कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जा रहे हैं जिससे कर्मचारियों को एक दूसरे से संपर्क करना और आम जनता का वन विभाग तक पहुंचना सुगम हो सके.

इतना ही नहीं वन विभाग ने वर्ष 2022 में आगजनी का शिकार हुए अपने एक कर्मचारी की मौत मामले से सबक लेते हुए अन्य कर्मचारियों को सुरक्षित करने के लिए भी व्यापक प्लान बनाया है. जिला वन अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि आगजनी की घटना के दौरान कर्मचारी बिना किसी खतरे के आगजनी पर काबू पाने के साथ-साथ खुद को भी सुरक्षित रख सके.

ये भी पढ़ें: शिमला: सील्ड रोड पर कार ने व्यक्ति को कुचला, बेकाबू गाड़ी की ब्रेक हुई फेल, व्यक्ति ने मौके पर ही तोड़ा दम

हिमाचल में फायर सीजन के लिए वन विभाग ने कसी कमर

ऊना: यूं तो हर साल गर्मी का सीजन फायर सीजन के रूप में जाना जाता है और जंगलों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों में भी आगजनी की अनेकों घटनाएं सामने आती रही हैं. लेकिन साल 2023 का फायर सीजन अन्य सालों की अपेक्षा में ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. जिसका सीधा सीधा बड़ा कारण इस बार के ठंड के सीजन में बारिश का नहीं होना माना जा रहा है. वन विभाग द्वारा फायर सीजन के दौरान आग पर काबू पाने के लिए हर प्रकार के साधन संसाधन जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है.

इतना ही नहीं विभाग द्वारा इस सीजन से निपटने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द करने का ऐलान जारी कर दिया है. इतना ही नहीं फायर सीजन के दौरान वन विभाग के कर्मचारियों को भी आग पर काबू पाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. ताकि वह खुद को सुरक्षित रखते हुए वन्य संपदाओं को बचा सके. गौरतलब है कि साल 2022 में आगजनी पर काबू पाने के प्रयासों में जिला के एक वनरक्षक की बुरी तरह झुलसने के कारण मौत हो गई थी.

जिला वन अधिकारी सुशील कुमार का कहना है कि हालांकि गर्मी का सीजन फायर सीजन के रूप में जाना जाता है लेकिन इस दफा सर्दी के मौसम में बारिश नहीं होने के चलते आगजनी की घटनाएं अधिक होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने के चलते वन्य क्षेत्रों से हरियाली पूरी तरह गायब हो चुकी है. इन परिस्थितियों में वन विभाग के कर्मचारियों के लिए भी आग पर काबू पाना एक गंभीर चुनौती रहेगा. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द किया गया है. वहीं. दूसरी तरफ फायर सीजन के दौरान कर्मचारियों को सुगमता से एक से दूसरी जगह पहुंचने के लिए गाड़ियों का भी इंतजाम किया गया है. इतना ही नहीं आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए वन विभाग द्वारा कंट्रोल रूम भी स्थापित किए जा रहे हैं जिससे कर्मचारियों को एक दूसरे से संपर्क करना और आम जनता का वन विभाग तक पहुंचना सुगम हो सके.

इतना ही नहीं वन विभाग ने वर्ष 2022 में आगजनी का शिकार हुए अपने एक कर्मचारी की मौत मामले से सबक लेते हुए अन्य कर्मचारियों को सुरक्षित करने के लिए भी व्यापक प्लान बनाया है. जिला वन अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा ताकि आगजनी की घटना के दौरान कर्मचारी बिना किसी खतरे के आगजनी पर काबू पाने के साथ-साथ खुद को भी सुरक्षित रख सके.

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