चिन्तपूर्णी/ऊना: शनिवार को शारदीय नवरात्रे के पहला ही दिन हजारों की संख्या में लोग माता रानी के दर्शन करने के लिए पहुंची हुए थे. कई श्रद्धालु चिंतपूर्णी सदन भवन में लंगर के लिए पहुंचे थे, लेकिन लंगर लंगर भवन का गेट बंद था. जिसके कारण श्रद्धालुओं को अपनी जेब ढीली करके अपने और परिवार के खाने के लिए होटलों में पैसे खर्च करने पड़े.
जब इस बारे में मंदिर अधिकारी रोहित जासटा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश अनुसार चिंतपूर्णी सदन भवन के लंगर को श्रद्धालुओं के लिए नवरात्रों में बंद कर दिया गया है. लंगर हॉल में लंगर सिर्फ मंदिर ट्रस्ट की तरफ से तैनात स्टाफ के लिए ही उपलब्ध होगा.
डीसी ऊना संदीप कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा चिंतपूर्णी सदन में नवरात्रों के मद्देनजर भारी भीड़ इकट्ठी ना हो इसके लिए चिंतपूर्णी सदन भवन में लगने वाले लंगर को श्रद्धालुओं के लिए नवरात्रों के दौरान बंद कर दिया है.
पंजाब के विभिन्न शहरों से आए श्रद्धालुओं से जब बात की तो उन्होंने बताया कि जिस प्रकार श्रद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग के साथ माता के दर्शन कर रहे हैं. उसी प्रकार सोशल डिस्टेंसिंग से श्रद्धालुओं को लंगर का प्रसाद उपलब्ध करवाया जाए. उन्होंने बताया कि होटलों में भी श्रद्धालु पैसे खर्च करके खाना खा रहे हैं.
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