ऊना: खनन के खिलाफ कार्रवाई करने पर खननमाफिया द्वारा वन विभाग के खंड अधिकारी को धमकी देने के मामले पर कांग्रेस ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस के ऊना सदर से विधायक सतपाल रायजादा ने भाजपा पर खनन माफिया से हिस्सेदारी के गंभीर आरोप लगाए हैं.
रायजादा ने इस मामले को विधानसभा में उठाने और विधानसभा में खनन पर बड़े खुलासे करने का दावा किया है. वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने ऊना जिला में खनन माफिया की सक्रियता के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराया. सत्ती ने कहा कि जयराम सरकार सत्ता में आने के बाद खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि रविवार को ऊना में खनन माफिया द्वारा वन विभाग के अधिकारी को तबादले और नतीजे भुगतने की धमकियों के मामले ने विपक्ष को सरकार के खिलाफ हमला बोलने का मौका मिल गया है. ऊना सदर के विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि अधिकतर अधिकारी भाजपा के दबाब में काम कर रहे हैं. खनन के खिलाफ काम करने वाले अधिकारियों को धमकियां दी जा रही है. रायजादा ने कहा कि खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने वाले अधिकारी को दो-चार दिन में ट्रांसफर कर दिया जाएगा या फिर उसपर समझौते का दबाब बनाया जाएगा. विधायक ने भाजपा पर आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार धक्केशाही से काम कर रही है.
रायजादा ने खनन के मामले पर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऊना में खनन माफिया को भाजपा का पूरा संरक्षण है और भाजपा नेताओं की खनन के काम में हिस्सेदारी है. विधायक ने कहा कि भाजपा नेता खनन माफिया से वसूली कर रहे हैं, इसीलिए कोई भी इसपर कार्रवाई नहीं कर रहा है और अगर कोई अधिकारी इस पर कार्रवाई करता, तो उसे धमकियां दी जाती है.