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मानसून का समय से पहले आना किसानों के लिए फायदेमंद, किसानों को बेलदार सब्जियां उगाने की सलाह - rainy season una

इस बार मानसून ने ऊना में करीब 13 दिन पहले ही दस्तक दे दी है. समय से पहले मानसून का दस्तक देनाकिसानों के लिए काफी लाभदायक माना जा रहा है. इस बार मानसून का समय से पहले आना परंपरागत खेती मक्की के लिए काफी लाभदायक है. आमतौर पर प्रति वर्ष मानसून के देरी से आने के कारण मक्की की फसल की बिजाई में भी देरी होती थी. मानसून के जल्द आने से किसानों के लिए बेहतरीन मौका मिला है.

ऊना में बारिश
ऊना में बारिश
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Published : Jun 16, 2021, 5:55 PM IST

ऊना: जिला ऊना में बरसात के मौसम का आगाज बुधवार से हुआ. इस बार मानसून ने ऊना में करीब 13 दिन पहले ही दस्तक दे दी है. समय से पहले मानसून का दस्तक देना किसानों के लिए काफी लाभदायक माना जा रहा है. जिसके चलते जिले में परंपरागत खेती के साथ-साथ सब्जियों की भी अच्छी पैदावार होने की उम्मीद जताई जा रही है.

कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिए टिप्स

बरसात के लिहाज से ऊना जिला कुकर बिट्स की पैदावार के लिए काफी अहम माना जाता है. जिसमें करीब आधा दर्जन सब्जियां इसी मौसम में उगाई जाती हैं. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के जल्दी आने से बेलदार सब्जियां किसानों को अच्छी पैदावार देकर उनकी आर्थिकी को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कुछ अहम टिप्स देते हुए बरसात के सीजन में लाभ कमाने की सलाह दी है.

वीडियो.

किसानों के लिए बेहतरीन मौका

इस बार मानसून का समय से पहले आना परंपरागत खेती मक्की के लिए काफी लाभदायक है. आमतौर पर प्रति वर्ष मानसून के देरी से आने के कारण मक्की की फसल की बिजाई में भी देरी होती थी. मानसून के जल्द आने से किसानों के लिए बेहतरीन मौका मिला है. किसानों के खेत बिजाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं. बारिश के चलते ना केवल परंपरागत खेती बल्कि नकदी फसलों के लिए भी इस बार बेहतरीन मौका है.

मानसून में कुकर बिट्स अहम

जिला ऊना की सोमभद्रा नदी के आस-पास उगाई जाने वाली सब्जियों की फसल अब लगभग खत्म होने की तरफ अग्रसर है. बरसात का मौसम ऊना जिले के लिए कुकर बिट्स के तौर पर अहम माना जाता है. कुकर बिट्स में कद्दू, घीया, खीरा, डानी, करेला, रामतोरी आदि यह ऐसी प्रमुख सब्जियां है जो जिले में करीब 1000 हेक्टेयर भूमि पर उगाई जाती हैं. इन सब्जियों में निवेश के साथ-साथ देखभाल के लिए भी खास फोकस करना पड़ता है.

आर्थिकी को मिलेगी मजबूती

मॉनसून के आते ही अगर किसान सब्जियों के उत्पादन की तरफ कदम बढ़ा दे, तो उन्हें आने वाले दिनों में अच्छी पैदावार मिलने के आसार हैं, जिनसे उनकी आय में काफी वृद्धि होगी. इसकी आपूर्ति न सिर्फ ऊना जिला, बल्कि प्रदेश भर में में की जाती है. इतना ही नहीं बरसाती भिंडी उगाने का भी किसानों के पास इस बार सुनहरी मौका है. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएन सिन्हा कहते हैं कि मानसून का समय से पहले आना किसानों के लिए काफी लाभप्रद है. किसानों को केवल इस मौके का फायदा उठाना है.

ये भी पढ़ें: परवाणू पुलिस ने एक व्यक्ति से बरामद की तेंदुए की खाल, बेचने की फिराक में था आरोपी

ऊना: जिला ऊना में बरसात के मौसम का आगाज बुधवार से हुआ. इस बार मानसून ने ऊना में करीब 13 दिन पहले ही दस्तक दे दी है. समय से पहले मानसून का दस्तक देना किसानों के लिए काफी लाभदायक माना जा रहा है. जिसके चलते जिले में परंपरागत खेती के साथ-साथ सब्जियों की भी अच्छी पैदावार होने की उम्मीद जताई जा रही है.

कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिए टिप्स

बरसात के लिहाज से ऊना जिला कुकर बिट्स की पैदावार के लिए काफी अहम माना जाता है. जिसमें करीब आधा दर्जन सब्जियां इसी मौसम में उगाई जाती हैं. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के जल्दी आने से बेलदार सब्जियां किसानों को अच्छी पैदावार देकर उनकी आर्थिकी को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को कुछ अहम टिप्स देते हुए बरसात के सीजन में लाभ कमाने की सलाह दी है.

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किसानों के लिए बेहतरीन मौका

इस बार मानसून का समय से पहले आना परंपरागत खेती मक्की के लिए काफी लाभदायक है. आमतौर पर प्रति वर्ष मानसून के देरी से आने के कारण मक्की की फसल की बिजाई में भी देरी होती थी. मानसून के जल्द आने से किसानों के लिए बेहतरीन मौका मिला है. किसानों के खेत बिजाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं. बारिश के चलते ना केवल परंपरागत खेती बल्कि नकदी फसलों के लिए भी इस बार बेहतरीन मौका है.

मानसून में कुकर बिट्स अहम

जिला ऊना की सोमभद्रा नदी के आस-पास उगाई जाने वाली सब्जियों की फसल अब लगभग खत्म होने की तरफ अग्रसर है. बरसात का मौसम ऊना जिले के लिए कुकर बिट्स के तौर पर अहम माना जाता है. कुकर बिट्स में कद्दू, घीया, खीरा, डानी, करेला, रामतोरी आदि यह ऐसी प्रमुख सब्जियां है जो जिले में करीब 1000 हेक्टेयर भूमि पर उगाई जाती हैं. इन सब्जियों में निवेश के साथ-साथ देखभाल के लिए भी खास फोकस करना पड़ता है.

आर्थिकी को मिलेगी मजबूती

मॉनसून के आते ही अगर किसान सब्जियों के उत्पादन की तरफ कदम बढ़ा दे, तो उन्हें आने वाले दिनों में अच्छी पैदावार मिलने के आसार हैं, जिनसे उनकी आय में काफी वृद्धि होगी. इसकी आपूर्ति न सिर्फ ऊना जिला, बल्कि प्रदेश भर में में की जाती है. इतना ही नहीं बरसाती भिंडी उगाने का भी किसानों के पास इस बार सुनहरी मौका है. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएन सिन्हा कहते हैं कि मानसून का समय से पहले आना किसानों के लिए काफी लाभप्रद है. किसानों को केवल इस मौके का फायदा उठाना है.

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