सुंदरनगर/बिलासपुर: तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में 26 साल की वेटनरी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर मामले की आग हजारों किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश पहुंच गई है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में महिला डॉक्टर के गुनाहगारों को कड़ी सजा की मांग हो रही है.
वहीं, सोमवार को मंडी जिला के सुंदरनगर और बिलासपुर के घुमारवीं में स्कूली छात्रों ने अन्य सामाजिक संस्थाओं ने रैली निकालकर आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है. सुंदरनगर में स्कूली बच्चों और सामाजिक संस्थाओं ने अप्पर बैहली से धनोटु चौक होते हुए महादेव शिव मंदिर तक रोष रैली निकाली और महिला डॉक्टर के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है.
समाजसेवी ब्रह्मदास चौहान और स्कूली छात्राओं ने कहा कि जिस तरह महिला डॉक्टर को दुष्कर्म के बाद जला दिया गया. उसी तरह आरोपियों को भी जिंदा जला देना चाहिए. अगर जल्द इन हत्यारों को के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो वह दिन भी दूर नहीं होगा की नारी शक्ति सड़कों पर उग्र आंदोलन करेगी.
वहीं, बिलासपुर के घुमारवीं कॉलेज के छात्रों ने प्रदर्शन कर महिला डॉक्टर की नृशंस हत्या पर गुस्सा जाहिर करते हुए आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है. राष्ट्रीय कला मंच के प्रांत सह-प्रमुख रजनीश ने अपने वक्तव्य में बताया इस प्रकार की घटना देश को शर्मशार करने वाली है. सरकार को एवं अन्य जिम्मेदार लोगों को यह सुनिश्चित करना होगा की इस प्रकार की घटनाओं पर शीघ्र अति शीघ्र रोक लगे.
एबीवीपी जिला इकाई अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने कहा की आज पूरा देश इस नृशंस घटना पर अत्यंत दुखी है. हम यह आशा करते हैं कि ऐसी अमानवीय घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और प्रशासन आगे आए, साथ ही समाज भी ऐसे जघन्य अपराध को रोकने के लिए सजग रहे. अगर दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की गयी तो विद्यार्थी परिषद राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेगी.
क्या था मामला
तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले में 26 साल की वेटनरी डॉक्टर के साथ आरोपियों ने रेप की साजिश रची और शाम को ही डॉक्टर को स्कूटी पार्क करते देखा. इसके बाद जान-बूझकर स्कूटी को पंचर कर दिया. रेप के पहले आरोपियों ने शराब पी और इसके बाद मदद करने के बहाने से महिला को काबू कर और गैंगरेप व निर्मम हत्याकांड को अंजाम दिया.
देश पुलिस थानों में हर रोज दर्ज हो रहे 50 बलात्कार के मामले
भारत अब वो देश बन चुका है जहां हर रोज करीब 50 बलात्कार के मामले पुलिस स्टेशन में रजिस्टर्ड होते है. यानी पूरे साल में करीब 18, 250 रेप के मामले सामने आते हैं. ये आंकड़ा भी बलात्कार का एक चौथाई है क्योंकि राष्ट्रीय अपराध मानक ब्यूरो के आंकड़े कहते है कि भारत मे बलात्कार के आधे केस तो रजिस्टर्ड ही नहीं होते है. अगर इनका मोटा मोटा हिसाब किया जाए तो भारत में हर साल 1 लाख तक बलात्कार का आंकड़ा पहुंच जाता है जो सच में निंदनीय है.
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