सोलन: प्रदेश सरकार सोलन को नगर निगम बनाने की तैयारी कर चुकी है, वहीं नगर निगम बनाने को लेकर पहले से ही ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि उन्हें नगर निगम में शामिल ना किया जाए.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाता है तो उनके मौलिक अधिकार उनसे छीन जाएंगे, क्योकि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हर गांव कृषि की जा रही है जो मूलभूत सुविधाएं उन्हें पंचायतों के माध्यम से मिलती हैं वह उन्हें नगर निगम में नहीं मिल पाएगी, जिससे वह वंचित रह जाएंगे.
वहीं, आज सिरीनगर पंचायत के लोगों ने प्रधान अमित ठाकुर के नेतृत्व में डीसी को ज्ञापन सौंपा. इसके माध्यम से उन्होंने अपील की है कि बीते दिनों कुछ चुनिंदा लोगों ने सिरीनगर पंचायत और बाजार को नगर निगम में शामिल करने की मांग की है वह लोग उसका खंडन करना चाहते हैं.
अमित ठाकुर का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोगों का जीवन यापन कृषि पर आधारित है. अमित ठाकुर का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों को अगर नगर निगम के अधीन लिया जाता है तो उन लोगों को जो मौलिक अधिकार मूलभूत सुविधाएं पंचायतों के स्तर पर मिलती है, वह नगर निगम से नहीं मिल पाएगीं.
उनका कहना है कि आज भी ग्रामीण लोग कृषि करते हैं और उसी से ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं. उन्होंने डीसी के माध्यम से प्रदेश सरकार से मांग की है कि उन्हें नगर निगम और नगर पंचायत में शामिल न करके वैसे ही पंचायत में रहने दिया जाए ताकि लोगों से उनके हक ना छीन सके.