सोलन: बुधवार को नगर निगम सोलन में हाउस रखा गया था, लेकिन इस दौरान कांग्रेस पार्षदों को ही मेयर ने बैठक से निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया. कारण यह था कि 3 कांग्रेसी पार्षद जो पिछले जनरल हाउस में मौजूद नहीं थे, उनका फंड निगम द्वारा रोका गया था. ऐसे में 3 कांग्रेसी पार्षद ने इसको लेकर आपत्ति जताई और कहा कि उनका फंड क्यों रोका जा रहा है.
वार्ड नंबर 4 की कांग्रेस पार्षद संगीता, वार्ड नंबर 10 की कांग्रेस पार्षद ईशा और वार्ड नंबर 7 की कांग्रेस पार्षद पूजा ने इसको लेकर आपत्ति जताई. जिसके बाद मेयर ने तीनों ही पार्षदों को बैठक से निलंबित कर दिया. वहीं, भाजपा पार्षदों ने भी इन तीनों कांग्रेस पार्षदों का साथ दिया. ऐसे में सोलन नगर निगम का हाउस शुरू होने से पहले ही यहां काफी हंगामा शुरू हो गया.
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस पार्षद संगीता, ईशा और पूजा ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि निगम में पार्षदों के पतियों के आने पर रोक मेयर द्वारा लगाई गई है लेकिन मेयर के पति खुद निगम में रहते हैं. तीनों कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि वे पिछले जनरल हाउस में मौजूद नहीं थीं. ऐसे में उनको मिलने वाले बजट को रोका गया है जिससे उनके वार्ड में कोई भी विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं. उनके वार्ड के लोग निगम में आकर अपने काम करवाने के लिए धक्के खा रहे हैं. वह सब पूछते हैं कि उनका काम कब होगा. आरोप लगाया कि नगर निगम सोलन की मेयर बदले की भावना से काम कर रही हैं.
बता दें कि पिछले निगम के हाउस में वार्ड 4 की कांग्रेस पार्षद संगीता, वार्ड 7 की पार्षद पूजा और वार्ड 10 की पार्षद ईशा मौजूद नहीं थीं. ऐसे में पार्षदों को मिलने वाला 20 लाख रुपए का बजट मेयर द्वारा रोक लिया गया था. इससे पहले विधानसभा चुनाव के समय यह तीनों पार्षद मेयर डिप्टी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में भाजपा के साथ भी देखी गई थीं. बहरहाल सरकार प्रदेश में कांग्रेस की है निगम भी सोलन में कांग्रेस की है लेकिन विकास कार्य करवाने की बजाय कांग्रेस आपस में ही उलझते हुए नजर आ रही है.
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