सोलन: एक तरफ तो पूरे देश में कोरोना काल में कोरोना वारियर को सम्मानित किया जा रहा है, क्योंकि इस संकट की घड़ी में डॉक्टर, पुलिस जिस तरह से काम कर रहे हैं. उसी तरह से शहर को साफ स्वच्छ और सुंदर रखने के लिए दिन-रात सफाई कर्मचारी भी काम कर रहे हैं, लेकिन बीते दो दिनों से सोलन में सफाई कर्मचारी हड़ताल पर है, उनकी मांग है कि उन्हें डेली वेज पर रखा जाए.
बीते कल नप परिसर में किया था प्रदर्शन, अधिकारी ने बोला था अनपढ़
सोलन में पिछले कल सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांग को लेकर एक प्रदर्शन नगर परिषद सोलन परिसर में किया था. इसे देखते हुए नगर परिषद के ईओ ने उसे उनके अनपढ़ता करार दिया जिस पर तल्ख होते हुए सफाई कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय के बाहर गुरुवार को प्रदर्शन किया. इन सभी बातों को लेकर दूसरे दिन भी सफाई कर्मचारियों का हल्ला बोल रहा और कहा कि जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाता हम लोग अपना प्रदर्शन करते रहेंगे. सोलन में कोई भी सफाई नहीं करेगा.
अपने शब्दों को वापस लें ईओ- सफाई कर्मचारी
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें 8 से 10 साल हो चुके हैं कि वह सोलन शहर को साफ स्वच्छ रखने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, लेकिन उनकी जो आमदनी होती है, उससे ना तो उनका घर चल पाता है और ना ही उनके खर्चे पूरे हो पाते हैं.
सफाई कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें डेली वेज पर किया जाए. वहीं, सफाई कर्मचारियों ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि उन्हें नगर परिषद के ईओ ने अनपढ़ कहा है, उन्होंने कहा कि हम अनपढ़ हैं. इसीलिए सब साफ सफाई का कार्य कर रहे हैं.
सफाई कर्मचारियों ने का कहना है कि एक तरफ तो जहां हमें कोरोना वॉरियर्स से सम्मानित किया जा रहा है. वहीं, ऐसे शब्दों का उपयोग हमारे लिए किया जा रहा है, जो उचित नहीं है. उन्होंने यह भी मांग की है कि नगर परिषद के ईओ अपने शब्दों को वापस लें.