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लॉकडाउन पड़ा भारी, सोलन में पिछले साल के मुकाबले बड़ा आत्महत्या का आंकड़ा

सोलन में लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या के मामलों में वृद्धि हुई है. जिला में पिछले साल 1 मार्च से लेकर 24 जून तक आत्महत्या के मामले कुल 13 थे, लेकिन इस साल लॉकडाउन के चलते इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है और इस साल करीब 18 मामले सामने आए हैं.

suicide cases increases in solan
suicide cases increases in solan
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Published : Jun 30, 2020, 10:31 PM IST

सोलनः प्रदेश के लोगों पर लॉकडाउन काफी भारी पड़ा है. आंकड़ों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान अप्रैल और मई महीने में प्रदेश में 121 लोगों ने आत्महत्या की है. ज्यादातर मामलों में आत्महत्या करने वाले युवा ही थे. यह आंकड़ा पिछले एक साल में दर्ज हुए आत्महत्या के मामलों का करीब आधा आंकड़ा है.

सोलन जिला की अगर बात की जाए तो पिछले साल 1 मार्च से लेकर 24 जून तक आत्महत्या के मामले कुल 13 थे, लेकिन इस साल लॉकडाउन के चलते इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है और इस साल करीब 18 मामले सामने आए हैं.

वीडियो.

एसपी सोलन अभिषेक यादव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान संभावना भी व्यक्त की जा रही थी कि इस दौरान आत्महत्या के मामले बढ़ सकते हैं. लॉकडाउन के चलते लोग घरों में थे और जो युवा अपनी नौकरी खो बैठे हैं या किसी अन्य कारण से डिप्रेशन का शिकार होकर आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं

एसपी सोलन ने कहा कि ज्यादातर मामलों में डिप्रेशन और आर्थिक तंगी का शिकार लोगों के आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. लॉकडाउन के दौरान ये बात सामने आई है कि हिमाचल में जनवरी से मई महीने तक कुल दर्ज हुए 237 मामलों में अकेले 121 सिर्फ अप्रैल और मई महीने के है. ज्यादा मामलों में युवा नौकरी जाने से लेकर पारिवारिक दबाव की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हुए हैं.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में कोरोना से 8वीं मौत, हमीरपुर की 80 वर्षीय वृद्धा ने तोड़ा दम

ये भी पढ़ें- 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' ऑनलाइन पोर्टल का शुभारंभ, MSME को होगा फायदा

सोलनः प्रदेश के लोगों पर लॉकडाउन काफी भारी पड़ा है. आंकड़ों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान अप्रैल और मई महीने में प्रदेश में 121 लोगों ने आत्महत्या की है. ज्यादातर मामलों में आत्महत्या करने वाले युवा ही थे. यह आंकड़ा पिछले एक साल में दर्ज हुए आत्महत्या के मामलों का करीब आधा आंकड़ा है.

सोलन जिला की अगर बात की जाए तो पिछले साल 1 मार्च से लेकर 24 जून तक आत्महत्या के मामले कुल 13 थे, लेकिन इस साल लॉकडाउन के चलते इन मामलों में बढ़ोतरी हुई है और इस साल करीब 18 मामले सामने आए हैं.

वीडियो.

एसपी सोलन अभिषेक यादव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान संभावना भी व्यक्त की जा रही थी कि इस दौरान आत्महत्या के मामले बढ़ सकते हैं. लॉकडाउन के चलते लोग घरों में थे और जो युवा अपनी नौकरी खो बैठे हैं या किसी अन्य कारण से डिप्रेशन का शिकार होकर आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं

एसपी सोलन ने कहा कि ज्यादातर मामलों में डिप्रेशन और आर्थिक तंगी का शिकार लोगों के आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. लॉकडाउन के दौरान ये बात सामने आई है कि हिमाचल में जनवरी से मई महीने तक कुल दर्ज हुए 237 मामलों में अकेले 121 सिर्फ अप्रैल और मई महीने के है. ज्यादा मामलों में युवा नौकरी जाने से लेकर पारिवारिक दबाव की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाने को मजबूर हुए हैं.

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