सोलन: सड़कों पर बेसहारा पशुओं की तादाद बढ़ने लगी है. प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में काऊ सेंचुरी बनाने जा रही है. सोलन पहुंचे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि सरकार बनने पर सबसे पहली प्राथमिकता गोवंश के लिए दी गई थी, जहां गो सदनों का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में गायों की नस्लों में सुधार हो, इसके लिए सरकार चिंतित है.
गायों से पैदा होगी बछड़ी
मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार इस तरह का इंजेक्शन लेकर आने वाली है. जिससे गाय को लगाकर सिर्फ बछड़ी ही पैदा हो. इसके लिए उन्हें केंद्र से एक प्रोजेक्ट की मंजूरी भी मिल गई है जो कि 47.50 करोड़ में जल्द शुरू किया जाएगा. वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि 2011 की पशुओं की गणना के अनुसार 4000 बेसहारा पशुओं को गौशाला सदन में जगह दी गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कोटला बड़ोग में काऊ सेंचुरी बनाने को लेकर प्राथमिकता दी थी. वहीं, अब हर जिला में भी बेसहारा पशुओं से लोगों को राहत मिलेगी.
सड़कों पर नहीं किसान के खुंडो तक पहुंचे गौ माता
मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता है कि गाय किसान के खुंडो तक पहुंचे. इसके लिए गाय की अच्छी नस्ल का होना बहुत जरूरी है, जिसके लिए सरकार प्रयास कर रही है. हिमाचल के थानकलां (ऊना) हांडाकुंडी, डमटाल, चंबा, हमीरपुर खेरी में में बहुत जल्द काऊ सेंचुरी बन जाएगी. मंत्री ने कहा कि जल्द ही सिरमौर, सोलन में भी बेसहारा पशुओं को आश्रय दिया जायेगा.
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