सोलन: हिमाचल प्रदेश में आपदा के बाद भारी नुकसान के मामले सामने आ रहे हैं. जिला प्रशासन लोगों तक राहत पहुंचाने का कार्य कर रहा है. 3 दिनों तक हिमाचल प्रदेश में लगातार हुई बारिश के बाद लोगों के घरों और फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. सोलन शहर के शामती में बादल फटने की वजह से बीते दिन तीन भवन इसकी जद में आए थे. वहीं, पहाड़ी दरकने की वजह से जिला प्रशासन ने यहां करीब 30 घरों को खाली करवा दिया है. वहीं, पहाड़ी दरकने से दो मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
बुधवार को जिला प्रशासन सोलन की ओर से पटवारी काननुगो ने भी मौके का दौरा किया. नुकसान का आकलन किया जा रहा है. इस दौरान शामती के लोगों ने अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा अपनी जीवन भर की पूंजी से उन्होंने यहां पर घर बनाए थे, किसी ने फ्लैट लिए थे, लेकिन आज हाल ऐसा हो चुका है कि उन्हें अपने ही घर से बेघर होना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने सोलन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शामती में पहाड़ी खिसकने की वजह से हुए नुकसान का भी जायजा लिया. स्वास्थ्य मंत्री शांडिल ने सोलन के शामती में प्रभावित परिवारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा शामती में पहाड़ी खिसकने की वजह से कई घरों में दरारें आई हैं. यह देखने में आ रहा है कि यहां पर घरों का निर्माण बेहतर तरीके से नहीं किया गया था, इसको लेकर यहां पर सॉयल टेस्टिंग आईआईटी रुड़की के माध्यम से करवाई जाएगी. ताकि आने वाले समय में ऐसे नुकसान न हो.
वहीं, शामती में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए हिमाचल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल सोलन पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हर सहायता उपलब्ध करवाने की बात कही. उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश में 3 दिनों से हुई लगातार बारिश के दौरान प्रदेश भर में कई नुकसान के मामले सामने आ रहे हैं. सोलन के शामती में भी कल पहाड़ी से मलबा आने के कारण तीन भवन इसकी जद में आ गए थे, जिसके बाद वहां पर करीब 20 मकानों में दरारे हैं. जिसे जिला प्रशासन सोलन द्वारा खाली करवा दिया गया है.
इस दौरान बिंदल ने कहा सोलन उनकी जन्मस्थली है, लेकिन आज तक ऐसा मंजर उन्होंने नहीं देखा है. उन्होंने कहा शामती में पहाड़ी से मलबे आने के कारण तीन मकान इसकी जद में आये हैं और करीब 20-30 मकानों को यहां पर खाली करवाया गया है. यहां पर ये देखने में आया है कि शायद पानी की निकासी के लिए रास्ता ना होने के कारण यह हादसा पेश आया है. यह जांच का विषय है. उन्होंने जिला प्रशासन सोलन से आग्रह किया है कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करें.
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी आज शामती में भारी वर्षा के कारण हुई क्षति का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को उचित निर्देश दिए. राज्यपाल ने शामती में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन से बाधित सोलन-राजगढ़ मार्ग का निरीक्षण किया. उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात भी की. भारी वर्षा के कारण शामती में हुए भूस्खलन एवं चट्टानों के गिरने से सोलन-राजगढ़ मार्ग बाधित हो गया है और इस कारण कुछ आवासों को भी नुकसान पहुंचा है. राज्यपाल ने जिला प्रशासन को बाधित मार्ग को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए. साथ ही प्रभावित परिवारों को राहत एवं बचाव के लिए सभी प्रबंध सुनिश्चित बनाए जाएं.
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