सोलन: सोलन सेब मंडी में इस बार सेब का व्यापार काफी अच्छा हुआ है. प्रदेश में आई आपदा के बावजूद इस बार सेब का व्यापार फायदेमंद रहा. वहीं, सोलन सेब मंडी में सेब व्यापार को बेहतर बनाने के लिए सोलन पुलिस ने अहम भूमिका निभाई है. सेब सीजन की शुरुआत से ही सोलन पुलिस ने परवाणु और सोलन सेब मंडी के आढ़तियों और व्यापारियों के साथ मिलकर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था. जिसमें सेब मंडी में आने वाले सभी लोगों की वेरिफिकेशन का डाटा शेयर किया जाता था.
2022 में 13 फ्रॉड केस: सोलन पुलिस की इस अनूठी पहले यानी की इसी व्हाट्सएप ग्रुप की बदौलत पहली बार ऐसा हुआ है कि सोलन और परवाणू सेब मंडी में एक भी फ्रॉड का मामला सामने नहीं आया है. वहीं, अगर बात करें पिछले साल की तो साल 2022 में परवाणु और सोलन सेब मंडी में सेब व्यापार में हुए फ्रॉड के 13 मामले दर्ज किए गए थे. जिनमें आढ़तियों और बागवानों को करीब 3 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा था. जिसे देखते हुए एसपी सोलन गौरव सिंह ने पहली बार सेब व्यापार को लेकर एक नई पहल शुरू करते हुए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया, जिसमें सभी प्रकार की जानकारी साझा की गई.
बारिश के समय ग्रुप का महत्व: इस संदर्भ में जानकारी देते हुए एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि सेब सीजन की शुरुआत से ही सोलन पुलिस ने लदानियों, व्यापारियों, आढ़तियों और जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था. जिसके जरिए सेब सीजन में बाहरी राज्यों से आने वाले आढ़तियों, लदानियों और व्यापारियों की वेरिफिकेशन की गई. सभी तरह की जानकारी इस ग्रुप के जरिए शेयर की जाती थी. प्रदेश में बारिश के दौरान जब भी एनएच-5 बंद हुआ, तो उसकी जानकारी भी इसी ग्रुप में शेयर की जाती, ताकि बाहरी राज्यों के व्यापारियों कों भी दिक्कत न पेश आए. जिसके परिणामस्वरूप इस बार सेब व्यापार में एक भी फ्रॉड केस रजिस्टर नहीं हुआ है और बेहतर तरीके से व्यापार हुआ है.
ग्रुप में की 493 लोगों की वेरिफिकेशन: एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि पुलिस वेरिफिकेशन के दौरान पुलिस ने 493 लोगों की वेरिफिकेशन की. जिनमें से परवाणु और सोलन सेब मंडी में 184 आढ़तियों की पुलिस वेरिफिकेशन की गई और 309 व्यापारी और लदानियों की वेरिफिकेशन की गई. जिसमें इन सभी का नाम, पता और पूरा एड्रेस लिया गया था, ताकि अगर कोई फ्रॉड है तो जल्द से जल्द उसकी पहचान की जा सके.
सोलन से बाहर गई 24 हजार सेब गाड़ियां: वहीं, इस दौरान सेब गाड़ियों में लगे जीपीएस ट्रैकर को लेकर भी सोलन पुलिस ने इसी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए काम किया. इस बीच आढ़तियों, व्यापारियों और बाहरी राज्य से आने वाले लदानियों ने भी पुलिस की इस मुहिम में पूरा साथ दिया. सेब सीजन के दौरान सोलन से 13 हजार से ज्यादा सेब की गाड़ियां और परवाणु से 11 हजार से ज्यादा सेब की गाड़ियां बाहरी राज्यों के लिए भेजी गई.
आढ़तियों ने सोलन पुलिस की मुहिम को सराहा: वहीं, सेब मंडी सोलन में सेब आढ़ती मनीष चौहान व विनोद ने भी पुलिस के इस व्हाट्सएप ग्रुप और इस साल फ्रॉड ना हो इसको लेकर चलाई गई इस मुहिम की तारिफ की. उन्होंने कहा कि पहली बार इस तरह का व्हाट्सएप ग्रुप आढ़तियों और बागवानों की लिए पुलिस द्वारा बनाया गया. वहीं, जहां पहले सोलन सेब मंडी में गाड़ियों को लेकर सही से ट्रैफिक व्यवस्था नहीं होती थी, उसमें भी इससे सुधार आया है. इसके अलावा एक भी फ्रॉड का मामला इस बार सोलन सेब मंडी में सामने नहीं आया है.