सोलनः प्रदेश के सबसे व्यस्त रहने वाले कालका-शिमला हाईवे पर में बेसहारा पशुओं के कारण आए दिन वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. झुंड में सड़कों के बीच बैठे पशुओं के कारण हादसों का डर बना रहता है.
इसके साथ ही ये पशु दर्जनों लोगों पर हमला कर उन्हें अस्पताल पहुंचा चुके हैं, जबकि कई लोग मौत के ग्रास भी बन चुके हैं.
आलम यह है कि इस समस्या को लेकर प्रतिदिन सड़कों पर कोई न कोई हादसा हो रहा है. लोगों द्वारा पशुओं को बेसहारा छोड़ने के कारण ये समस्या और भी विकराल बनती जा रही है.
सड़क और सार्वजनिक स्थल दोनों पर बेसहारा पशुओं डेरा बना के बैठे रहते हैं. जिस वजह से खासकर रात को गुजरने वाले राहगीरों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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स्थानीय लोगों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि बेसहारा पशुओं से निजात दिलाई जाए. उन्होंने कहा कि हाईवे में बेसहारा पशुओं के बैठे रहने से हादसे हो रहे हैं और दर्जनों लोग अपनी जान गवां रहे हैं. लोगों ने प्रशासन से इन बेसहारा पशुओं को पकड़ कर गौशाला में छोड़ने की मांग की है.