सोलन: हिमाचल प्रदेश में आज निजी बस ऑपरेटर्स ने हड़ताल का आह्वान किया था. जिसके चलते सड़कों पर निजी बसें देखने को नहीं मिली. निजी बसें न चलने के कारण यात्रियों को भी अपने गंतव्य तक जाने के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा.
सोलन की अगर बात की जाएं तो सोलन में आज 150 से ज्यादा निजी बस रूटों पर बसें नहीं चल पाई. सोलन नए बस अड्डे पर भी निजी बसों की संख्या न के बराबर थी. वहीं, निजी बस ऑपरेटर्स की हड़ताल के चलते यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए करीब डेढ़ से दो घंटे का इंतजार करना पड़ा.
सरकारी बसों ने कमान संभाल रखी है
निजी बसें न होने के चलते आज सरकारी बसों ने जिला की कमान संभाल रखी है. जिला सोलन के अधिकतर रूटों पर सरकारी बसें दौड़ रही हैं. पहले से ही कोविड काल में सवारियों का अकाल था तो सरकारी बसें काफी हद तक निजी बसों की कमियों को पूरा करते नजर आए.
यात्रियों को डेढ़ से दो घंटे का इंतजार करना पड़ा
वहीं, निजी बस न होने के चलते परेशान हुए यात्रियों का कहना था कि उन्हें अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए डेढ़ से दो घंटे का इंतजार करना पड़ा. वहीं, सरकारी बसों में भी चालकों द्वारा 50% सवारियों को ही बिठाया जा रहा है. यात्रियों का कहना है कि निजी बसें न होने के चलते उन्हें परेशानी तो हो रही है, लेकिन सरकारी बसें होने के चलते वो अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे.
हड़ताल का जिला सोलन में सकारात्मक असर देखने को मिला
निश्चित तौर पर यात्रियों को परेशानी हुई, लेकिन इस हड़ताल का जिला सोलन में सकारात्मक असर देखने को मिला. इस समय जरूरत भी है बेवजह घर से बाहर न निकलने की. बहरहाल आगामी दिनों में किस तरह ये हड़ताल लोगों को परेशान करती है ये देखने लायक होगा.
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