ETV Bharat / state

निजी स्कूलों को फीस के लिए दिए गए नए निर्देशों से बच्चों के भविष्य पर लटकी तलवार

हाउसिंग बोर्ड बद्दी फेस वन व पीर स्थान स्थित एक निजी स्कूल के अभिभावक बच्चों को स्कूल से हटाने पर एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर से मिले. अभिभावकों ने कहा कि कोरोना संकट के चलते उनके बच्चे घर पर ही है. पहले जहां 9 घंटे पढ़ाई होती थी, वह अब दो घंटे हो रही है. वह भी किसी एक दो विषय पर ही. सरकार का कहना है कि अभिभावक केवल ट्यूशन फीस ही दें, लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस मांग रहा है.

Parents met SDM Mahendra Pal Gurjar on removing children from school in baddi
फोटो.
author img

By

Published : Dec 17, 2020, 10:38 PM IST

बद्दी: हाउसिंग बोर्ड बद्दी फेस वन व पीर स्थान स्थित एक निजी स्कूल के अभिभावक बच्चों को स्कूल से हटाने पर एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर से मिले. अभिभावकों का कहना है कि वह हर माह नियमित रूप से ट्यूशन फीस जमा करा रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन वार्षिक फीस साढ़े छह हजार रुपये जमा कराने की मागं को लेकर अड़ा है.

अभिभावकों ने कहा कि कोरोना संकट के चलते उनके बच्चे घर पर ही है. पहले जहां 9 घंटे पढ़ाई होती थी, वह अब दो घंटे हो रही है. वह भी किसी एक दो विषय पर ही. सरकार का कहना है कि अभिभावक केवल ट्यूशन फीस ही दें, लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस मांग रहा है. जो अभिभावक देने को तैयार नहीं हैं. उनके बच्चे ग्रुप से हटा दिए हैं.

वीडियो.

अधिकांश लोगों के रोजगार छूट गए हैं

जिससे उनकी अब ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो रही है. अभिभावकों ने बताया कि अधिकांश लोगों के रोजगार छूट गए हैं. स्कूल प्रबंधन ऐसे में सहयोग करने की बजाए उल्टा उन पर खर्चे बढ़ा रहे हैं. कुछ बच्चों ने तो ऑनलाइन पढ़ाई के लिए लैपटॉप खरीदे हैं. कई बच्चों ने मंहगे फोन खरीदे हैं. हर माह रिचार्ज करने पड़ते हैं. वहीं, एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उपनिदेशक के साथ बातचीत करके इस समस्या का हल निकाला जाएगा.

बद्दी: हाउसिंग बोर्ड बद्दी फेस वन व पीर स्थान स्थित एक निजी स्कूल के अभिभावक बच्चों को स्कूल से हटाने पर एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर से मिले. अभिभावकों का कहना है कि वह हर माह नियमित रूप से ट्यूशन फीस जमा करा रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन वार्षिक फीस साढ़े छह हजार रुपये जमा कराने की मागं को लेकर अड़ा है.

अभिभावकों ने कहा कि कोरोना संकट के चलते उनके बच्चे घर पर ही है. पहले जहां 9 घंटे पढ़ाई होती थी, वह अब दो घंटे हो रही है. वह भी किसी एक दो विषय पर ही. सरकार का कहना है कि अभिभावक केवल ट्यूशन फीस ही दें, लेकिन स्कूल प्रबंधन पूरी फीस मांग रहा है. जो अभिभावक देने को तैयार नहीं हैं. उनके बच्चे ग्रुप से हटा दिए हैं.

वीडियो.

अधिकांश लोगों के रोजगार छूट गए हैं

जिससे उनकी अब ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो रही है. अभिभावकों ने बताया कि अधिकांश लोगों के रोजगार छूट गए हैं. स्कूल प्रबंधन ऐसे में सहयोग करने की बजाए उल्टा उन पर खर्चे बढ़ा रहे हैं. कुछ बच्चों ने तो ऑनलाइन पढ़ाई के लिए लैपटॉप खरीदे हैं. कई बच्चों ने मंहगे फोन खरीदे हैं. हर माह रिचार्ज करने पड़ते हैं. वहीं, एसडीएम ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उपनिदेशक के साथ बातचीत करके इस समस्या का हल निकाला जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.