सोलन: देशभर में आज महाशिवरात्रि पर्व की धूम है. महाशिवरात्रि के पवित्र और पावन पर्व पर शिव मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं. जो भगवान शिव के प्रति भक्तों की आस्था को दर्शाता है. इस दिन भक्त शिव के लिए उपवास कर उन्हें पूजन कर प्रसन्न करते हैं. इसी तरह हिमाचल प्रदेश में भी महाशिवरात्रि को लेकर सभी मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है. देवभूमि हिमाचल में नवरात्रि हो या महाशिवरात्रि श्रद्धालुओं की आस्था यहां हमेशा देखने को मिल ही जाती है.
एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर जटोली- बात अगर हिमाचल के जिला सोलन की करें तो यहां पर एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है. शिव मंदिर जटोली सुबह से ही बम बम भोले के जयकारों से गूंज रहा है. श्रद्धालु बाहरी राज्य से भी लगातार मंदिर का रुख कर रहे हैं. मंदिर में सुबह से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है. महाशिवरात्रि के मौके पर आए श्रद्धालु जटोली शिव मंदिर में भगवान शिव को बेलपत्र, भांग और दूध चढ़ाकर प्रसन्न कर रहे हैं.
भोलेनाथ की आस्था में डूबे श्रद्धालु- शिवजी की आस्था में डूबे भक्तों का कहना है कि भोलेनाथ भोले हैं. अगर शिवरात्रि पर उन्हें प्रशन्न किया जाए तो वे सभी भक्तों की मनोकामना को पूरी करते हैं. भक्तों का कहना है कि महाशिवरात्रि पर उपवास करने से भोलेनाथ खुश होते हैं और व्यक्ति की मन की इच्छा पूरी करते हैं. शिव मंदिर जटोली भक्त सुबह से ही आस्था में डूबे हुए हैं और मंदिर में भजन कीर्तन कर रहे हैं.
पर्यटकों की पहली पसंद शिव मंदिर जटोली- बता दें कि सोलन स्थित जटोली शिव मंदिर एशिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर है. यह पर्यटकों की भी पहली पसंद है. हर साल लाखों श्रद्धालु मंदिर का रुख करते हैं. वहीं, महाशिवरात्रि के मौके पर यहां पर कीर्तन का आयोजन किया जाता है और अगले दिन भंडारे भी लगाए जाते हैं. जटोली मंदिर के साथ जिले के अन्य शिव मंदिरों लुटरू महादेव, शिव तांडव गुफा मंदिर, शिव ढांक मंदिर में भी श्रद्धालु सुबह से ही मंदिरो में आकर शिव की आराधना करते हैं.
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