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आधुनिक समय मे क्लाइमेट चेंज बड़ा मुद्दा: सीके मिश्रा - वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय

सोलन के मिश्रा डॉ वाईएस परमार नौणी विश्वविद्यालय में बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (बीएसआई) के अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया गया. इस दौरान सीके मिश्रा ने कहा कि क्लाइमेट चेंज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत सरकार ग्लोबल स्तर पर बातचीत कर रही है.

Nauni University
नौणी विश्वविद्यालय में बॉटेनिकल अध्ययन केंद्र का शुभारंभ.
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Published : Feb 27, 2020, 8:54 AM IST

Updated : Feb 27, 2020, 11:15 AM IST

सोलन: डॉ. वाईएस परमार नौणी विश्वविद्यालय में बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (बीएसआई) के अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया गया. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा ने अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया

आधुनिक समय मे क्लाइमेट चेंज बड़ा मुद्दा

इस दौरान सीके मिश्रा ने कहा कि क्लाइमेट चेंज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत सरकार ग्लोबल स्तर पर बातचीत कर रही है. क्लाइमेट चेंज से जूझने के दो तरीके हैं, पहला मिटिगेशन और दूसरा अडेप्शन. इन दोनों तरीकों पर काम किया जा रहा है, जिससे क्लाइमेट चेंज से होने वाले इम्पैक्ट को कम किया जा सके.

वीडियो रिपोर्ट.

डिफॉरेस्टआइजेशन होने के बावजूद भी भारत विश्व के टॉप 10 लिस्ट में शामिल

सीके मिश्रा ने कहा कि डिफॉरेस्टआइजेशन होने के बावजूद भी भारत को विश्व के टॉप 10 देशों में आंका जाता है. उन्होंने कहा कि भारत मे लैंडमार्क कम है और आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसके बाद भी भारत मे जंगलों की संख्या कम नही है.

ये भी पढ़ें:यूजी के छात्रों को HPU ने दिया श्रेणी सुधार का अवसर, अब प्रति वर्ष इतनी देनी होगी फीस

सोलन: डॉ. वाईएस परमार नौणी विश्वविद्यालय में बॉटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (बीएसआई) के अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया गया. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा ने अध्ययन केंद्र का शुभारंभ किया

आधुनिक समय मे क्लाइमेट चेंज बड़ा मुद्दा

इस दौरान सीके मिश्रा ने कहा कि क्लाइमेट चेंज भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारत सरकार ग्लोबल स्तर पर बातचीत कर रही है. क्लाइमेट चेंज से जूझने के दो तरीके हैं, पहला मिटिगेशन और दूसरा अडेप्शन. इन दोनों तरीकों पर काम किया जा रहा है, जिससे क्लाइमेट चेंज से होने वाले इम्पैक्ट को कम किया जा सके.

वीडियो रिपोर्ट.

डिफॉरेस्टआइजेशन होने के बावजूद भी भारत विश्व के टॉप 10 लिस्ट में शामिल

सीके मिश्रा ने कहा कि डिफॉरेस्टआइजेशन होने के बावजूद भी भारत को विश्व के टॉप 10 देशों में आंका जाता है. उन्होंने कहा कि भारत मे लैंडमार्क कम है और आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसके बाद भी भारत मे जंगलों की संख्या कम नही है.

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Last Updated : Feb 27, 2020, 11:15 AM IST
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