कसौली: कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच बुधवार शाम 04:00 बजे से बंद है. यहां पर पैदल चलने तक का रास्ता नहीं बचा है. हाईवे कब तक सुचारू होगा इस बारे प्रशासन भी कुछ कहने को तैयार नहीं है, लेकिन अब राहगीरों के पैदल चलने का सब्र का बांध टूट गया है. लोग जान जोखिम में डालकर चक्कीमोड़ के ढहे हिस्से को पार कर रहे हैं. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. वीडियो में लोग ढहे हिस्से से पहाड़ी पर चढ़कर दूसरी ओर आ रहे है. मंजर इतना खतरनाक था कि यदि पहाड़ी से भूस्खलन हो जाता तो इन लोगों की जान भी जा सकती थी, क्योंकि यहां पर पहाड़ी से लगातार भूस्खलन हो रहा है. वहीं, प्रशासन की ओर से भी इस रास्ते को बंद किया है पर स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं.
गौर रहे कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 का चक्कीमोड़ के पास 50 मीटर हिस्सा ढह गया है, जिससे इस हाईवे पर वाहन आवाजाही ठप हो गई. एनएच के पर्सनल विभाग के अनुसार अभी दो दिन वीरवार और शुक्रवार को एनएच बंद रहने की बात कहीं थी, लेकिन अभी तक खुलने के कोई आसार नहीं लग रहे हैं. मंगलवार देर रात 2:45 बजे हाईवे चक्कीमोड़ के समीप बंद हो गया था. इसमें निचली लेन का आधे से ज्यादा हिस्सा ढह गया था. अब पैदल चलने तक का रास्ता भी नहीं रहा है. 10 घंटे बाद बुधवार दोपहर 12:45 बजे छोटे वाहनों के लिए सड़क खुल पाई, लेकिन करीब 3:00 बजे फिर भूस्खलन से सड़क बंद हुई, जिसे कुछ देर बाद खोल दिया गया. वहीं 4:00 बजे सड़क का बचा हुआ हिस्सा भी ढह गया, जिससे अब यहां पर वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क भी नहीं बची. वहीं, हाईवे पर ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां सड़क धंसने की आशंका है.
जिला पुलिस ने जारी किया है रोड मैप: जिला पुलिस सोलन ने यातायात को वैकल्पिक सड़कों पर डायवर्ट किया है. शिमला से चंडीगढ़ की तरफ जाने वाले भारी वाहनों को वाया कुनिहार-नालागढ़-पिंजौर भेजा जा रहा है. कुमारहट्टी से चंडीगढ़ की ओर जाने वाले सभी वाहन नाहन सड़क से भेजे जा रहे हैं. इनमें हल्के वाहनों को कुमारहट्टी-जोहड़जी वाया कामली सड़क से आवाजाही कर रहे हैं. वहीं चंडीगढ़ से शिमला की तरफ आने वाले हल्के वाहन परवाणू वाया कसौली-धर्मपुर और भारी वाहन कालाअंब-नाहन-कुमारहट्टी से अपर शिमला की ओर आ रहे हैं.
पहले तैयार की जाएगी सड़क: कालका-शिमला नेशनल हाईवे-पांच पर ढही सड़क पर पहाड़ी से मलबा हटाकर पहले सड़क का निर्माण किया जाएगा. इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से अगली योजना तैयार की जाएगी कि यहां पर पुल बनाना है या फिर डंगा लगाकर सड़क बनानी है. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तकनीकी टीम ने मौके का मुआयना किया. टीम ने कंपनी को सबसे पहले पहाड़ी से आए मलबे को हटाने के लिए निर्देश दिए.
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