सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. बारिश से जिले में भारी नुकसान हुआ है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने बद्दी की पहाड़ी पंचायत साईं पहुंचे. जहां नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जिनके सिर पर छत नहीं रही, हर उस प्रभावित को घर मिलना चाहिए. घर के साथ-साथ जिन लोगों की जमीनें भी नहीं रहीं, उन्हें जमीन दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी. उन्होंने कहा कि जो परिवार बेघर हुआ है, उसको उसका मकान तथा उसकी अजीविका कमाने वाली जितनी भी भूमि बह गई है या खेती के लायक नहीं रही है, उस जमीन को दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा.
केंद्र सरकार से हिमाचल को जो भी मदद आई है उसे हर प्रभावित तक पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा. जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बार जो तबाही हुई है ऐसी तबाही कभी नहीं देखी. इस तबाही से हुए नुकसान की भरपाई कोई सरकार नहीं कर सकती. डेढ़ महीने से पूरे प्रदेश का दौरा करते हुए रूह कांप जाती है. पता ही नहीं चलता के कहां गांव थे, कहां सड़कें और जमीन थी. जयराम ठाकुर ने कहा कि जान है तो जहान है. धीरे-धीरे करके इन जख्मों को भरने का प्रयास किया जाएगा.
केंद्र से 6000 मकान जो स्वीकृत हुए हैं, वह उन लोगों को देने का प्रयास किया जाएगा. जिनके घर रहे ही नहीं. केंद्र से हर संभव मदद की मांग उठाई जाएगी और आपदा की इस घड़ी में हम चट्टान की तरह खड़े हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर रविवार को दून हल्के के गांव साईं में आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे थे. उन्होंने साईं के लोगों को ढांढस बंधाया और कहा कि केंद्र से मिलने वाली मदद का ज्यादा से ज्याद लाभ साईं गांव को मिलना सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहां कि इस संकट की घड़ी में लोगों को हौसला रखना होगा और जब तक सारी चीजें ठीक नहीं होती लोग सुरक्षित स्थानों पर रहें.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं पिछले डेढ़ महीनें से पूरे प्रदेश में जाकर निरीक्षण कर रहा हूं. कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां पर बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ हो. इस आपदा की वजह से हमारे प्रदेश के बहुत से लोगों की दुःखद मृत्यु हो गई. फसल से लेकर खेत और बाग तक बह गये. दून में दो गांव पूरी तरह से तबाह हो गये, राहत की बात यह है कि यहां कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि जान बच गई है तो बाकी चीजें भी सही हो जाएगी. इसलिए हिम्मत से काम लेने की आवश्यकता है.
नेता प्रतिपक्ष ने लोगो से निवेदन करते हुए कहा कि जान से बढ़कर कुछ नहीं है, इसलिए सुरक्षित स्थानों पर रहें और जो घर असुरक्षित हो गये हैं, उनमें न जाएं. यह आपदा का दौर बीत जाएगा. इस दौरान उन्होंने समाज के लोगों से भी आगे आने की अपील करते हुए कहा कि यह आपदा का दौर है. हम एक दूसरे के लिए हाथ बढ़ाएंगे तो यह वक्त आसानी से कट जाएगा.