सोलन: हिमाचल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य की महिलाओं को दिल्ली की तर्ज पर सरकारी बसों में किराये में 50 फीसदी छूट देने की घोषणा (Bus fare discount for women in Himachal) की थी. वहीं, इस घोषणा के बाद से ही निजी बस ऑपरेटर सरकार से नाराज चल रहे हैं. निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से निजी बस ऑपरेटर बेरोजगारी की तरफ जाएगा और कई तो इस व्यवसाय से ही बाहर हो जाएंगे. हिमाचल निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रघुविंद्रा सिंह ने कहा कि हिमाचल का निजी बस ऑपरेटर (Private Bus Operators Association Himachal) प्रदेश के लोगों को रोजगार दे रहे हैं. ऐसे में सरकार के इस फैसले से बस ऑपरेटरों पर काफी असर पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में एचआरटीसी की बसें करोड़ों के घाटों में चल रही हैं. चाहे कोई भी सरकार हो कांग्रेस या भाजपा, एचआरटीसी को हमेशा इन सरकारों से अनुदान मिलता रहा है. उन्होंने कहा कि एचआरटीसी को केंद्र सरकार से 90 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है,जबकि 10 प्रतिशत हिस्सा प्रदेश सरकार को देना होता है. तब जाकर बसें सड़कों पर दौड़ पाती हैं.
उन्होंने कहा कि निजी बस ऑपरेटर (Himachal private Bus operators) सालाना 60 करोड़ का टैक्स सरकार को दे रहे हैं. ऐसे में सरकार को निजी बस ऑपरेटरों के बारे में भी सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकारी बसों में महिलाओं को 50 फीसदी छूट देने के निर्णय पर सरकार फिर से पुनर्विचार करना चाहिए.
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