सोलन: हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के धर्मपुर में चल रहे फर्जी वीजा बनाने वाले रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. यहां पर आरोपी कनाडा जाने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करते थे. सऊदी अरब, बांग्लादेश पाकिस्तान और भारत के रहने वाले लोगों को यह लड़कियों के माध्यम से कॉल करके उन्हें कनाडा में नौकरी देने का झांसा देते थे. ASP सोलन योगेश रोलटा ने जानकारी देते बताया कि पुलिस ने सूचना मिलने के बाद एक टीम बनाई और धर्मपुर के हॉस्पिटल रोड पर किराए के कमरे में चल रहे इस रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए यहां पर छापेमारी की. आरोपियों के कब्जे से 7 मोबाइल 2 लैपटॉप बरामद किए हैं. इन लोगों ने 4 स्थानीय लड़कियों को अपने कार्यालय में रखा था.
ASP सोलन योगेश रोलटा ने बताया कि कनाडा का फर्जी वीजा लगाने के रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए है पुलिस ने धर्मपुर में 27 अक्टूबर को रेड की और हॉस्पिटल रोड पर पुलिस ने एक कमरे में चल रहे इस फर्जी ऑफिस से 3 लोगों को गिरफ्तार किया, तीनों बठिंडा पंजाब के रहने वाले हैं, जब इन लोगों से वीजा लगाने के बारे में जब डॉक्यूमेंट मांगे गए, यह कोई भी परमिशन नहीं दिखा सके.
जांच में पता लगा कि यह तीनों आरोपी गुरप्रीत सिंह, गुरप्रीत सिंह और इंदरजीत सिंह निवासी बठिंडा करीब 700 लोगों के संपर्क में थे, यह आरोपी सऊदी अरब, बांग्लादेश, कनाडा, पाकिस्तान और भारत के लोगों के साथ संपर्क में थे, इनके साथ 4 स्थानीय लड़कियां भी शामिल थी. इन लड़कियों को भी धोखे में रखकर यह इनके माध्यम से फोन पर बात करते हुए लोगों को वीजा लगाने का झांसा देते थे.
इन लोगों ने एमएस स्टोन एंटरप्राइसेज की कम्पनी के नाम से ऑफिस खोला हुआ था और अब तक की जांच में ये लोग करीब 700 लोगों से 40 लाख रुपये की हेराफेरी कर चुके हैं. आरोपियों के दो बैंक अकॉउंट पंजाब में चल रहे हैं. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और रिमांड पर लिया गया है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस मामले के तार पंजाब, हरियाणा के लोगों से भी जुड़े हो सकते हैं. जिसको लेकर पुलिस ने आगामी जांच शुरू कर दी है. पुलिस गहनता से इस मामले में सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए बाहरी राज्यों में भी इसको लेकर जांच करेगी.
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