सोलन: कोरोना वायरस के खतरे के कारण पैदा हुई स्थिति में जहां प्रदेश सरकार लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सफल प्रयास कर रही है, वहीं यह भी सुनिश्चित कर रही है कि समाज के जरूरतमंदों एवं गरीब लोगों को समय पर राहत पहुंचाई जा सके.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान समाज के लक्षित वर्ग को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 5 लाख 69 हजार 58 लाभार्थियों को पेंशन के रूप में 2 अरब 17 करोड़ 85 लाख 62 हजार 358 रुपये उपलब्ध कराए हैं.
उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 3 माह अप्रैल मई और जून 2020 की राशि अग्रिम उपलब्ध करवाई गई है, ताकि संकट के समय में उन्हें सम्बल मिल सके.
सकंट की घड़ी में पेंशन बनी वंचित वर्ग का सहारा
मंत्री सैजल ने कहा कि आपदा की घड़ी में समाज के विभिन्न वर्गों में वंचित वर्ग तक सुविधा पहुंचे इसके लिए प्रदेश सरकार वचनबद्ध है. लॉक डाउन के दौरान बुजुर्ग दिव्यांग,महिलाएं और एकल नारियां सशक्त हो सकें इसके लिए जयराम ठाकुर की सरकार ने 3 महीनों की पेंशन सुविधा एक साथ उपलब्ध करवाई.
मंत्री सैजल ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया कि सभी सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारकों को वित्तीय वर्ष 2020 की पहली तिमाही की एकमुश्त पेंशन डाक विभाग के माध्यम से उनके घर द्वार पर उपलब्ध कराई जाए. मंत्री सैजल ने कहा कि प्रदेश के लगभग 5,69,180 लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी गई है, जिसमें लगभग 1 लाख 25 हजार विधवा और दिव्यांग जन पेंशन धारक भी शामिल है. उन्होंने कहा कि इनकी मासिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹850 से बढ़ाकर ₹1000 प्रतिमाह की गई है.
लॉकडाउन में डाक विभाग के कर्मचारियों ने निभाई कोरोना वॉरियर की भूमिका
मंत्री सैजल ने कहा कि लॉकडाउन में बुजुर्गों का बाहर निकलना बिल्कुल बन्द था, वहीं बुजुर्गों का अभी भी घर से निकलना बंद है. वहीं, जिस तरह से लॉकडाउन की स्थिति में डाक विभाग द्वारा बुजुर्गों तक पेंशन पहुंचाने की व्यवस्था की गई वह काबिले तारीफ है. उन्होंने डाक विभाग के कर्मचारियों की सराहना करते हुए कहा कि डाक विभाग के अधिकारियों ने भी लॉकडाउन के दौरान कोरोना वॉरियर का कार्य किया है.
प्रदेश में 31 वृद्धाआश्रम का लॉकडाउन में रखा गया पूरा ध्यान, हर संभव दी गई सुविधा
मंत्री सैजल ने कहा कि प्रदेश में कुल 7 वृद्धाश्रम हैं. लॉकडाउन के दौरान वहां रहने वाले लोगों को किसी भी तरह की समस्या ना हो इसके लिए पहले से ही व्यवस्था बनाई गई थी. बाहर से कोई भी इन वृद्धाश्रम में जाने के लिए मान्य नहीं था. वहीं, सभी को राशन किट, सेनिटाइजर मास्क उपलब्ध करवाए गए थे.
मंत्री सैजल ने कहा कि समय-समय पर उनकी स्वास्थ्य देखभाल हो इसके लिए सरकार द्वारा पूरे इंतजाम किए गए थे. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा लिए जा रहे दूरदर्शी निर्णय समाज के सभी वर्गों को राहत पहुंचाने की दिशा में मजबूत सहारा बनकर उभरे हैं.
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