सोलन : डॉ. यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी की शोधकर्ता डॉ. जागृति ठाकुर को फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया गोल्डन जुबली अवार्ड फॉर आउटस्टैंडिंग डॉक्टोरल रिसर्च इन फर्टिलाइजर यूसेज के लिए चुना गया है. पुरस्कार में एक लाख रुपये नकद, स्वर्ण पदक और प्रशस्ति पत्र शामिल है.
डॉ. जागृति ठाकुर ने नौणी विश्वविद्यालय के मृदा विज्ञान एवं जल प्रबंधन विभाग से पीएचडी की है. वर्तमान में डॉ. जागृति विश्वविद्यालय में सीनियर रिसर्च फैलो के रूप में कार्यरत हैं. पीएचडी की रिसर्च की दौरान जागृति ने राज्य में क्लोनल रूटस्टॉक्स पर लगाए गए उच्च घनत्व वाले सेब बगीचों के लिए कुशल सिंचाई और फर्टिगेशन सारिणी विकसित करने पर काम किया है.
विश्व बैंक पोषित प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के उप घटक-प्रदेश में फलों के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए पोषक और जल उत्पादकता में सुधार को यह शोध किया गया. विश्वविद्यालय के मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन विभाग के प्रोफेसर और विभाग अध्यक्ष डॉ. जेसी शर्मा के मार्गदर्शन में जागृति ने अपनी पीएचडी पूरी की.
वार्षिक सेमिनार में मिलेगा पुरस्कार
जागृति को 7 दिसंबर को नई दिल्ली में होने वाले फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वार्षिक सेमिनार में इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा. नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल ने जागृति और उनके पीएचडी गाइड डॉ. जेसी शर्मा को बधाई दी है. जागृति ने अपने माता-पिता, विश्वविद्यालय के संकाय, विशेष रूप से अपने रिसर्च गाइड का आभार जताया है.
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