शिमला: हिमाचल प्रदेश में भाईचारा अभी भी कायम और अन्य राज्यों के मुकाबले अनुसूचित जाति के लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर है. सोलन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और अनुसूचित जाति आयोग हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप (Virendra Kashyap PC in Solan)ने कहा कि देवभूमि के लोग भाईचारे के साथ एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहते हैं.
वीरेंद्र कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति आयोग का गठन 2017 में हुआ था. वहीं, 2021 में इसका पुनर्गठन किया गया. कश्यप ने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के उत्थान के लिए आर्थिक समाजिक रूप से कार्य किया जाए इसके लिए आयोग अपनी राय देता है. वहीं ,केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं में क्या कमी उसका भी जायजा लिया जाता है. इसी कड़ी में आज जिलास्तर पर बैठक सोलन में (Scheduled Castes Commission meeting in Solan) ली गई. उन्होंने कहा कि आयोग के गठन के बाद पहली बैठक आयोजित हुई.
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति आयोग का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति व जनजाति लोगों तक पहुंचना और सरकार द्वारा चलाए जा रहे उनके लिए कल्याणकारी योजनाओं को पहुंचाना है ,ताकि इस वर्ग का उत्थान हो सके ,उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं में किस तरह की कमियां इसे भी आयोग समय-समय पर उजागर करता रहेगा.
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