हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और नर्सों की कमी पूरी होगी. प्रदेश सरकार 200 डॉक्टर और 700 नर्सों के पदों पर जल्द भर्ती करेगी. प्रदेश में रेडियोलॉजिस्ट की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टरों को ब्रिज बनाकर ब्रिज कोर्स करवाए जाएंगे, ताकि रेडियोलॉजी विभाग के उपकरणों को संचालित किया जा सके. स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए यह बयान दिया है. इससे पूर्व उन्होंने जिला स्तरीय हिमाचल दिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. ध्वजारोहण कर उन्होंने मार्च पास्ट की सलामी ली.
कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए गए इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने प्रस्तुति देने वाले विद्यार्थियों तथा परेड में हिस्सा लेने वाले सभी टुकड़ियों को सम्मानित किया. इस मौके पर विधायक इंद्र दत्त लखन पाल राजेंद्र राणा आशीष शर्मा सुरेश कुमार और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
इस अवसर पर सभी जिलावासियों को बधाई देते हुए कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि देश को आजादी मिलने के 8 माह बाद 15 अप्रैल 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के साथ हिमाचल प्रदेश का गठन किया गया था. उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने हिमाचल को विशेष पहचान और अलग राज्य का दर्जा दिलवाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा की थी.
प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री कहा कि उपलब्ध डॉक्टरों को ब्रिज कोर्स करवाया जाएगा, ताकि विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध रेडियोलॉजी उपकरणों को संचालित कर सके. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए जल्द ही भर्ती की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि हिम केयर योजना को प्रदेश सरकार जारी रखेगी. इस योजना के तहत 500000 का निशुल्क उपचार देने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबध है. योजना के तहत निशुल्क उपचार की राशि को बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक इस पर विचार नहीं किया गया है यदि व्यवस्था में जरूरत पड़ती है तो इसे बढ़ाया जाएगा. मंत्री ने कहा कि हर योजना को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है. पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया गया है और धीरे-धीरे योजना को पूरा किया जा रहा है.