ETV Bharat / state

सोलन: नियमों को ताक पर रखकर करवाई गई जिला स्तरीय लोकनृत्य प्रतियोगिता - हिमाचल प्रदेश म्यूजिक वेलफेयर एसोसिएशन

सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश म्यूजिक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजपूत ने कहा की 24 फरवरी 2021 को नगर परिषद हॉल में जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोक संस्कृति पर एक परीचर्चा की गई.

Solan latest news, सोलन लेटेस्ट न्यूज
फोटो.
author img

By

Published : Feb 28, 2021, 4:49 PM IST

सोलन: 24 फरवरी को जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोकनृत्य की एक प्रतियोगिता करवाई गई थी जिसमें विभाग ने नियमों की धज्जियां उड़ा कर जिला के कलाकारों को निराश किया. सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश म्यूजिक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजपूत ने कहा कि 24 फरवरी 2021 को नगर परिषद हॉल में जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोक संस्कृति पर एक परीचर्चा की गई.

जिसमें लोक नृत्य प्रतियोगिता के लिए गत वर्षों की तरह ही एक नियम था कि इस प्रतियोगिता में जिला सोलन के ही लोक कलाकार भाग लेंगे और यदि कोई दल जिला के बाहर से कोई कलाकार लाता है तो उसे प्रस्तुति नहीं देनी जाएगी और वह दल डिसक्वालीफाई कर दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

'स्थानीय कलाकारों से धोखा'

उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में जिला भाषा अधिकारी ने विशेष आग्रह करके कंडाघाट के एक म्यूजिकल ग्रुप को प्रतियोगिता हेतु बुलाया और ग्रुप को यह छूट दे दी कि आप अन्य जिलों के कलाकारों को प्रतियोगिता में ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह साबित होता है कि यह कृत्य तानाशाही पूर्ण था और उन्होंने नियमों को तोड़कर स्थानीय कलाकारों को धोखा दिया जिससे स्थानीय कलाकार रुष्ट हो चुके हैं.

'भाषा अधिकारी ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया'

पत्रकार वार्ता के दौरान रमेश राजपूत ने कहा कि जिला भाषा अधिकारी ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है. जो धनराशि स्थानीय कलाकारों पर खर्च होनी थी. वह मंडी, शिमला और सिरमौर के कलाकारों पर खर्च की गई. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की लोकप्रिय सरकार यह धनराशि स्थानीय कलाकारों पर खर्च करने के लिए देती है जिन्हें भाषा अधिकारी ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया.

'भाषा अधिकारी को हटाया जाए'

उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द जिला भाषा अधिकारी को हटाया जाए वरना आने वाले समय में जिला के कलाकार किसी भी लोक संस्कृति प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में ना तो प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रशंसा की गई न ही सरकार की प्रशंसा की गई और ना ही सरकारी योजनाओं के बारे में कोई बातचीत की गई.

वहीं, दूसरी ओर न ही इस प्रतियोगिता में जिला भाषा अधिकारी द्वारा कोरोना के नियमों का पालन किया गया था. उन्होंने कहा कि जिला भाषा अधिकारी ने जो इस प्रतियोगिता में धांधली की है उसकी जांच करवाई जाए.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस विधायकों के निलंबन पर भड़की NSUI, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

सोलन: 24 फरवरी को जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोकनृत्य की एक प्रतियोगिता करवाई गई थी जिसमें विभाग ने नियमों की धज्जियां उड़ा कर जिला के कलाकारों को निराश किया. सोलन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश म्यूजिक वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश राजपूत ने कहा कि 24 फरवरी 2021 को नगर परिषद हॉल में जिला भाषा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय लोक संस्कृति पर एक परीचर्चा की गई.

जिसमें लोक नृत्य प्रतियोगिता के लिए गत वर्षों की तरह ही एक नियम था कि इस प्रतियोगिता में जिला सोलन के ही लोक कलाकार भाग लेंगे और यदि कोई दल जिला के बाहर से कोई कलाकार लाता है तो उसे प्रस्तुति नहीं देनी जाएगी और वह दल डिसक्वालीफाई कर दिया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

'स्थानीय कलाकारों से धोखा'

उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में जिला भाषा अधिकारी ने विशेष आग्रह करके कंडाघाट के एक म्यूजिकल ग्रुप को प्रतियोगिता हेतु बुलाया और ग्रुप को यह छूट दे दी कि आप अन्य जिलों के कलाकारों को प्रतियोगिता में ला सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह साबित होता है कि यह कृत्य तानाशाही पूर्ण था और उन्होंने नियमों को तोड़कर स्थानीय कलाकारों को धोखा दिया जिससे स्थानीय कलाकार रुष्ट हो चुके हैं.

'भाषा अधिकारी ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया'

पत्रकार वार्ता के दौरान रमेश राजपूत ने कहा कि जिला भाषा अधिकारी ने सरकारी धन का दुरुपयोग किया है. जो धनराशि स्थानीय कलाकारों पर खर्च होनी थी. वह मंडी, शिमला और सिरमौर के कलाकारों पर खर्च की गई. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की लोकप्रिय सरकार यह धनराशि स्थानीय कलाकारों पर खर्च करने के लिए देती है जिन्हें भाषा अधिकारी ने मनमाने ढंग से इस्तेमाल किया.

'भाषा अधिकारी को हटाया जाए'

उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द जिला भाषा अधिकारी को हटाया जाए वरना आने वाले समय में जिला के कलाकार किसी भी लोक संस्कृति प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में ना तो प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की प्रशंसा की गई न ही सरकार की प्रशंसा की गई और ना ही सरकारी योजनाओं के बारे में कोई बातचीत की गई.

वहीं, दूसरी ओर न ही इस प्रतियोगिता में जिला भाषा अधिकारी द्वारा कोरोना के नियमों का पालन किया गया था. उन्होंने कहा कि जिला भाषा अधिकारी ने जो इस प्रतियोगिता में धांधली की है उसकी जांच करवाई जाए.

ये भी पढ़ें- कांग्रेस विधायकों के निलंबन पर भड़की NSUI, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.