सोलन: नगर निगम सोलन में कांग्रेस के अंतिम चुनावी रैली में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कार्यक्रम रद्द हुआ. ऐसे में वीरभद्र सिंह की जगह उनके पुत्र शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने रैली में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते डॉक्टर ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को रैली में आने की अनुमति नहीं दी है. इस कारण वह नहीं आ सके.
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री को देखने के लिए रैली में पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी. हालांकि पुराने बस स्टैंड पर आयोजित जनसभा में कार्यकर्ताओं की भारी संख्या में भीड़ जुटाकर कांग्रेस के बड़े नेताओं को स्थानीय नेताओं ने गदगद कर दिया.
भाजपा ने भी अपनी शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए एक रोड मार्च निकाला
दूसरी ओर जिस समय कांग्रेस जनसभा में बड़े नेताओं का संबोधन चल रहा था. उस समय शहर के बाजार से होते हुए ओल्ड बस स्टैंड पर भाजपा ने भी अपनी शक्ति प्रदर्शन दिखाने के लिए एक रोड मार्च निकाला. इस दौरान युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और भाजपा कार्यकर्ताओं में टकराव भी देखने को मिला. दोनों तरफ से नारेबाजी भी देखने को मिली, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस बल ने मोर्चा संभाला.
7 अप्रैल को नगर निगम के चुनाव
वहीं, आज शाम 5 बजे चुनाव प्रचार थम चुका है, इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन में आकर रैलियां की. उसके बाद अब चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस का जनसभा को आयोजित करना चुनाव में उलटफेर कर सकता है. 7 अप्रैल को नगर निगम के चुनाव के लिए मतदान होना है. ऐसे में 7 अप्रैल को ही तस्वीर सामने आएगी की सोलन की जनता भाजपा कांग्रेस या फिर आप पार्टी में से किसको नगर निगम में सत्तासीन होने का मौका देती है.
नगर निगम सोलन के 17 वार्डों में 7 अप्रैल को होने वाले मतदान के दिन कुल 36,435 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे. कुल मतदाताओं में 18,730 पुरुष 17,704 महिलाएं और एक अन्य मतदाता है. वहीं, नगर निगम सोलन के 6 मतदान केंद्र संवेदनशील और 4 मतदान केंद्र अति संवेदनशील है. नगर निगम सोलन के 17 वार्डों में होने वाले निर्वाचन के लिए कुल 36 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.
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