सोलन: कोरोना की दूसरी लहर का असर भी हर व्यवसाय पर पड़ता नजर आ रहा है. मनोरंजन व्यवसाय से जुड़े लोग भी इससे अछूते नहीं रहे. केंद्र सरकार ने कुछ शर्तों के बाद सिनेमा घरों को खोलने की इजाजत दे दी थी. जयराम सरकार ने भी हिमाचल में भी 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति दी थी. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत प्रदेश में भी सिनेमाघरों को खोला गया.
सिनेमाघरों का रुख करने से कतरा रहे दर्शक
हिमाचल में कोरोना की दूसरी लहर की वजह से संक्रमितों और मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में कोरोना के खौफ के चलते घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. वहीं, कोरोना महामारी के दौरान बड़े पर्दे पर नई फिल्मों के रिलीज नहीं होने की वजह से भी यह व्यवसाय हुआ है. प्रदेश के थियेटर्स में बॉलीवुड और हॉलीवुड की पुरानी फिल्मों को दिखाया जा रहा है, ऐसे में लोग मनोरंजन के लिए सिनेमाघरों का रूख करने के बच रहे हैं.
सिनेमा व्यवसाय पर कोरोना की मार
लॉकडाउन के बाद सिनेमाघर खोल दिए गए थे और लोग अपने मनोरंजन के लिए सिनेमाघरों का भी रुख कर रहे थे. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने एक बार सिनेमाहॉल मालिकों का धंधा मंदा कर दिया है. हाल यह है कि सिनेमाघर मालिकों को आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपया पर व्यवसाय को चलाना पड़ रहा है.
लाख से घटकर हजार में पहुंचा मुनाफा
सोलन के सुन्दरायन थियेटर का कारोबार भी कोरोना महामारी में ठप हो गया है. कोरोना महामारी से पहले थियेटर एक महीने में करीब 5 लाख का मुनाफा कमाता था, लेकिन अब मुश्किल से एक महीने की सेल 10 हजार रुपये हो रही है.
ओटीटी प्लेटफार्म को बनाया मनोरंजन का जरिया
कोरोना महामारी के दौरान लोगों ने ओटीटी प्लेटफॉर्म को मनोरंजन का जरिया बना लिया है. अब वेब सीरीज से लेकर फिल्में इन्हीं प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही हैं. ऐसे में लोग घर बैठे ही अपनी सुविधानुसार मेंबरशिप लेकर अपनी पसंद का कंटेंट देख पा रहे हैं, जिस वजह से लोग थियेटर्स का रुख नहीं कर रहे.
सिनेमाघरों में बरती जा रही ये सावधानियां
सिनेमाघरों में मास्क पहनना और दर्शकों के बीच एक सीट की दूरी रखना, समय-समय पर सिनेमाहाल परिसर में घुसते ही दर्शन का तामपान चेक करना, साथ ही हर शो के बाद हॉल को सेनिटाइज करना अनिवार्य किया गया है.
व्यवसाय पटरी पर लौटने की उम्मीद
सिनेमाघर मालिकों को उम्मीद है कि कोरोना की दूसरी लहर के बाद उनका व्यवसाय एक बार फिर पहले की तरह पटरी पर लौटेगा और दर्शक नई फिल्मों को देखने के लिए बड़े पर्दे की ओर रुख करेंगे. इसी आस के सहारे थियेटर मालिक केंद्र सरकार की जारी गाइडलाइन के तहत सिनेमाघरों को चला रहे हैं.