सोलन: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में शनिवार को सोलन में एक सप्ताह तक आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृखंला शुरू हुई. यह जानकारी उपनिदेशक उच्च शिक्षा योगेंद्र मखैक ने दी. इस कड़ी में सर्वप्रथम शनिवार को उपनिदेशक उच्च शिक्षा द्वारा जिला के विभिन्न शिक्षण संस्थानों से ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से वर्चुअल संवाद आयोजित किया गया.
योगेंद्र मखैक ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर विशेष रूप से युवा पीढ़ी को उनके जीवन चरित्र, उनकी शिक्षाओं, स्वतन्त्रता संग्राम में उनके द्वारा देश के आमजन को साथ लेकर किए गए आंदोलन और अंहिसा के मार्ग के सम्बन्ध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
एक सप्ताह तक आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में आज जिला के 45 विद्यालयों में अध्यापकों द्वारा छात्र-छात्राओं के मध्य गूगल मीट के माध्यम से वर्चुअल संवाद आयोजित करवाया गया. इस वर्चुअल संवाद में जिला के 1895 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
छात्रों ने कविता पाठ के माध्यम से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन चरित्र तथा उनकी शिक्षाओं का वर्णन किया. छात्र-छात्राओं ने वर्चुअल संवाद के माध्यम से अगवगत करवाया कि किस प्रकार भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में वर्ष 1915 से वर्ष 1947 तक और तदोपरांत वर्ष 1948 तक महात्मा गांधी ने किस मुख्य भूमिका निभाई.
इस युग को भारतीय इतिहास में महात्मा गांधी युग के नाम से जाना जाता है. छात्र-छात्रों ने इस अवसर पर विभिन्न घटनाओं का सिलसिलेवार वर्णन एवं उनमें महात्मा गांधी की सक्रिय भूमिका पर प्रकाश डाला. छात्र-छात्राओं ने मुख्य रूप से वर्ष 1919 के असहयोग आन्दोलन, वर्ष 1930 के सविनय अवज्ञा आन्दोलन और वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन पर सारगर्भित जानकारी प्रदान की.
छात्रों ने वर्चुअल संवाद के माध्यम से बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की स्वच्छता के विषय अवधारणा को वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वृहद स्तर पर देश में अपनाया जा रहा है. महात्मा गांधी की विकसित ग्राम की परिकल्पना को भी वर्तमान में विशेष रूप से कार्यान्वित किया जा रहा है.
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