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जनमंच में महिलाओं को मिला रोजगार, पारंपरिक व्यंजन व हस्तशिल्प बने आकर्षण का केंद्र - रोजगार के साधन

पांवटा साहिब के शिलाई में बुधवार को जनमंच का आयोजन किया गया. जनमंच में सिरमौर के पहाड़ी इलाकों की महिलाओं ने अपने हाथ से बनाई ऐतिहासिक वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई. पहाड़ी वस्तुओं की बिक्री महिलाओं के लिए रोजगार का अच्छा माध्यम साबित हो रही है.

Women get employment
जनमंच में महिलाओं को मिला रोजगार.
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Published : Feb 13, 2020, 1:38 PM IST

पांवटा साहिब: शिलाई में बुधवार को जनमंच का आयोजन किया गया. जनमंच की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की. वहीं, कार्यक्रम में सिरमौर के पहाड़ी इलाकों की महिलाओं ने अपने हाथ से बनाई ऐतिहासिक वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई.

प्रदर्शनी में महिलाओं की ओर से तैयार गुलदस्ते, टेडी बेयर, दरी, शॉल, अलग- अलग डिजाइन के बैग, बर्तन के स्टैंड और खाने में कई प्रकार की पारंपरिक चीजों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. यह सभी चीजें लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी.

इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी महिला मंडल की प्रधान से बातचीत कर महिलाओं की ओर से बनाई गई ऐतिहासिक वस्तुओं की पूरी जानकारी ली. इसके साथ ही सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह आने वाले समय में पहाड़ी इलाकों की महिलाओं के लिए यह रोजगार का एक माध्यम साबित हो सकता है.

वीडियो रिपोर्ट.

मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मैदानी और शहरी इलाकों की महिलाएं फैक्ट्रियों, दुकानों और आस-पास की जगहों पर छाटे-मोटे काम करके अपना पेट पाल सकती हैं, लेकिन गांव में बसी महिलाओं के पास रोजगार के साधन नहीं होते हैं.

ऐसे में महिलाओं ने हमारी संस्कृति से विलुप्त हो रही पहाड़ी वस्तुओं को ताजा किया है और यह वस्तुएं महिलाएं लागों को बेच कर अपने लिए अच्छा मुनाफा और रोजगार कमा सकती है.

क्या कहती है महिलाएं

महिला मंडल प्रधान सुमित्रा देवी ने बताया कि आज के मॉडर्न जमाने में लोग रिश्तेदारों के घर मिठाइयां लेकर जाते हैं, लेकिन पुराने जमाने में लोग रिश्तेदारों के घर पहाड़ी व्यंजन मुड़ा शाकुली लेकर जाते थे.

उन्होंने कहा कि यह मिठाइयां बीमारियां फैलने का मुख्य कारण है, लेकिन पहाड़ी व्यंजनों से बीमारियां फैलने का खतरा नहीं रहता और महिलाएं इन्हें अपने साफ-सुथरे हाथों से बनाती है. इसके साथ ही मंडल की महिलाओं ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से पहाड़ी व्यंजनों को बढ़ावा देने पर प्रदेश के लोगों को शुद्ध व्यंजन खाने को मिलेगें और महिलाओं को अच्छा रोजगार मिलेगा.

महिलाओं ने बताया कि जनमंच में यह वस्तुएं सरकार के माध्यम से अच्छे मूल्य में बिक रही हैं. उन्होंने बताया कि महिलाओं को एक हफ्ते में 2000 से 3000 रुपये कमाने का मौका मिल रहा है. उन्होंने जयराम सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश की महिलाओं के विकास के लिए और काम किया जाना चाहिए.

पढ़ें: बिलासपुर में शहीद स्मारक होगा हाईटेक, लाइट एंड साउंड शो की रहेगी व्यवस्था

पांवटा साहिब: शिलाई में बुधवार को जनमंच का आयोजन किया गया. जनमंच की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की. वहीं, कार्यक्रम में सिरमौर के पहाड़ी इलाकों की महिलाओं ने अपने हाथ से बनाई ऐतिहासिक वस्तुओं की प्रदर्शनी भी लगाई.

प्रदर्शनी में महिलाओं की ओर से तैयार गुलदस्ते, टेडी बेयर, दरी, शॉल, अलग- अलग डिजाइन के बैग, बर्तन के स्टैंड और खाने में कई प्रकार की पारंपरिक चीजों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. यह सभी चीजें लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी.

इस दौरान शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी महिला मंडल की प्रधान से बातचीत कर महिलाओं की ओर से बनाई गई ऐतिहासिक वस्तुओं की पूरी जानकारी ली. इसके साथ ही सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह आने वाले समय में पहाड़ी इलाकों की महिलाओं के लिए यह रोजगार का एक माध्यम साबित हो सकता है.

वीडियो रिपोर्ट.

मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मैदानी और शहरी इलाकों की महिलाएं फैक्ट्रियों, दुकानों और आस-पास की जगहों पर छाटे-मोटे काम करके अपना पेट पाल सकती हैं, लेकिन गांव में बसी महिलाओं के पास रोजगार के साधन नहीं होते हैं.

ऐसे में महिलाओं ने हमारी संस्कृति से विलुप्त हो रही पहाड़ी वस्तुओं को ताजा किया है और यह वस्तुएं महिलाएं लागों को बेच कर अपने लिए अच्छा मुनाफा और रोजगार कमा सकती है.

क्या कहती है महिलाएं

महिला मंडल प्रधान सुमित्रा देवी ने बताया कि आज के मॉडर्न जमाने में लोग रिश्तेदारों के घर मिठाइयां लेकर जाते हैं, लेकिन पुराने जमाने में लोग रिश्तेदारों के घर पहाड़ी व्यंजन मुड़ा शाकुली लेकर जाते थे.

उन्होंने कहा कि यह मिठाइयां बीमारियां फैलने का मुख्य कारण है, लेकिन पहाड़ी व्यंजनों से बीमारियां फैलने का खतरा नहीं रहता और महिलाएं इन्हें अपने साफ-सुथरे हाथों से बनाती है. इसके साथ ही मंडल की महिलाओं ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से पहाड़ी व्यंजनों को बढ़ावा देने पर प्रदेश के लोगों को शुद्ध व्यंजन खाने को मिलेगें और महिलाओं को अच्छा रोजगार मिलेगा.

महिलाओं ने बताया कि जनमंच में यह वस्तुएं सरकार के माध्यम से अच्छे मूल्य में बिक रही हैं. उन्होंने बताया कि महिलाओं को एक हफ्ते में 2000 से 3000 रुपये कमाने का मौका मिल रहा है. उन्होंने जयराम सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश की महिलाओं के विकास के लिए और काम किया जाना चाहिए.

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