नाहन: कोरोना का हाॅटस्पाॅट बने जिला मुख्यालय नाहन के गोबिंदगढ़ मोहल्ला से सबसे पहले पाॅजिटिव पाई गई महिला ठीक होकर वापिस घर लौट आई है. इसी बीच इस गर्भवती महिला ने शिमला में उपचार के दौरान एक बेटे को जन्म भी दिया है.
गोबिंदगढ़ मोहल्ला में सबसे पहले पाॅजिटिव पाई गई महिला के गर्भवती होने के कारण उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया था. कुछ दिन पहले उसकी कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. वहीं, महिला के अपने नवजात बेटे के साथ शिमला से वापिस अपने घर नाहन के गोबिंदगढ़ मोहल्ला पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने तालियां बजाकर दोनों का स्वागत किया.
इस दौरान महिला की सास भी उसके साथ मौजूद रही. लोगों की तालियों के बीच महिला एंबुलेंस से उतर अपने घर में दाखिल हुई. महिला के पति की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. कोरोना को मात देकर घर लौटी महिला के मामा ने बताया कि वह 15 जुलाई को अपनी गर्भवती भांजी को प्रसव पीड़ा होने के चलते मेडिकल काॅलेज ले गए थे.
इसी बीच महिला का कोरोना टेस्ट होने पर उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव पाई गई. इसके बाद उनकी भांजी को शिमला रेफर कर दिया गया. उन्होंने बताया कि कुछ दिन बाद शिमला में सैंपल लेने पर रिपोर्ट नेगेटिव आई, जिसके बाद उसे अन्य जगह पर शिफ्ट किया गया. इसके चलते महिला ने ऑपरेशन के बाद बेटे को जन्म दिया और अब दोनों घर लौटे है.
गौरतलब है कि 15 जुलाई को यह महिला गोबिंदगढ़ मोहल्ला से सबसे पहले पाॅजिटिव पाई गई थी, जिसके बाद व्यापक स्तर पर सैंपलिंग में यहां से 175 से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए और यह क्षेत्र कोरोना का हाॅटस्पाॅट बन गया.
हालांकि अब तक 100 के करीब लोग इस क्षेत्र से कोरोना को मात देकर घर लौट आए है, लेकिन महिला के ठीक होने के बाद घर वापिसी पर लोगों ने तालियों के साथ मां-बेटे का स्वागत किया.
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