नाहन: सिरमौर जिला में स्टांप पेपर की सप्लाई की कोई किल्लत नहीं है. यहां नियमित रूप लोगों को स्टांप पेपर उपलब्ध हो रहे हैं. ऐसे में स्टांप पेपर्स से जुड़े कामकाज भी नियमित रूप से निपट रहे हैं. स्टांप पेपर्स को लेकर ईटीवी भारत द्वारा जब जानकारी जुटाई गई तो प्रशासन से लेकर अधिवक्ता और इसके विक्रेताओं ने स्टांप पेपर्स को लेकर अपने विचार साझा किए.
दरअसल संपत्तियों के पंजीकरण, नाम परिवर्तन, बिजली-पानी के लिए एनओसी लेने, एफिडेविट सहित कई उद्देश्यों के लिए स्टांप पेपर्स की जरूरत होती है. लिहाजा इस संबंध में जानकारी जुटाने पर सामने आया कि सिरमौर जिला सहित नाहन मुख्यालय में स्टांप पेपर्स पर्याप्त रूप से उपलब्ध है. यहीं नहीं इस बीच नाहन में यह भी देखने को मिला कि निर्धारित दामों पर ही ये स्टांप लोगों को उपलब्ध करवाएं जा रहे हैं.
क्या कहते हैं स्टांप विक्रेता?
नाहन कोर्ट परिसर में स्टांप पेपर्स के विक्रेता यशपाल का कहना है कि वह पिछले काफी सालों से यहां स्टांप पेपर्स बेच रहे हैं. 10 रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक के स्टांप पेपर उपलब्ध हैं. कोरोना की वजह से एक-आध दिन बीच में दिक्कत आ जाती है, लेकिन नियमित रूप से स्टांप पेपर उपलब्ध करवाए जाते हैं. वहीं, एक अन्य महिला स्टांप विक्रेता सुनीता ने बताया कि यहां पर स्टांप पेपर्स तकरीबन आ ही रहे हैं. थोड़े बड़े स्टांप पेपर्स की कमी जरूर है, लेकिन नियमित रूप से सप्लाई हो जाती है.
स्टांप पेपर्स को लेकर ये कहते हैं नाहन के अधिवक्ता
नाहन के अधिवक्ताओं अशोक पुंडीर ने कहा कि शहर में स्टांप पेपर्स को ठीक मात्रा में आ रहे हैं. ये स्टांप पेपर्स कई कार्यों में इस्तेमाल होते हैं. बीच-बीच में थोड़ी कमी हो जाती है. लिहाजा इनकी मात्रा में बढ़ाया जाना चाहिए. वहीं, एक अन्य अधिवक्ता अश्वनी शर्मा का कहना था कि छोटे से लेकर बड़े तक सभी स्टांप पेपर्स उपलब्ध रहते हैं, लेकिन बीच-बीच में थोड़ी दिक्कत आ जाती है. बावजूद इसके मिल जाते हैं. समस्या यदि है, तो वह टिकटों को लेकर हैं. जहां पर कहीं 2 रुपए की टिकट लगनी है, वहां पर 10 रुपए की लगानी पड़ती है लेकिन वर्तमान में स्टांप पेपर्स और टिकटों को लेकर भी कोई दिक्कत नहीं आ रही है.
वहीं, दूसरी ओर सिरमौर प्रशासन का भी मानना है कि स्टांप पेपर्स की सप्लाई को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. नियमित रूप से इसकी सप्लाई हो रही है. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि सिरमौर जिला में 9 तहसीलें और 4 उपतहसीलें हैं, जहां पर पर्याप्त मात्रा में स्टांप पेपर उपलब्ध है. सभी तहसीलों व उपतहसीलों में एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ही सभी वसीकाएं पंजीकृत की जा रही है, जिसके लिए ई-स्टांप पेपर का प्रावधान है, जोकि निर्धारित बैंक शाखाओं द्वारा जारी किए जाते हैं.
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डीसी ने कहा कि केवल शॉर्टेज के केस में कोषागार द्वारा जारी स्टांप पेपर्स का इस्तेमाल किया जाता है. अन्य मामलों में स्टांप पेपर्स का प्रयोग एफिडेविट, जीपीए/एसपीए, एग्रीमेंट आदि के लिए जनता द्वारा किया जाता है. स्टांप पेपर्स के लिए प्रशासन द्वारा वेंटर अधिकृत किए गए हैं. डीसी ने कहा कि जिला में ऐसी कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, जिसके अंतर्गत किसी स्टांप पेपर द्वारा अधिकारित मूल्य से अधिक पर स्टांप पेपर बेचने पर बताया गया हो. उन्होंने कहा कि स्टांप पेपर्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.
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