नाहन: कोरोना काल में भी सिरमौर जिला के हर एक घर को गिरीनगर का पावर हाउस रोशन कर रहा है. कोरोना संकट काल पावर हाउस के अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात बुलंद हौसलों के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बिजली भी कभी कभार हिमाचल में आंख मिचौली का खेल खेली जाती है, लेकिन कोरोना योद्धा बिना रुके, बिना थके मोर्चे पर डटे हैं.
बिजली बोर्ड भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है. लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में ही कैद हैं. लिहाजा आमजन की सुविधा सहित अस्पतालों में बिजली सुनिश्चित करने में कर्मी दिन-रात जुटे हुए हैं. कोरोना के इस संकट में भी इनके हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं.
सिरमौर जिला के गिरी नगर में 1978 में स्थापित पावर हाउस बिजली बोर्ड द्वारा निर्मित प्रदेश का पहला पावर हाउस है, जोकि गिरी नदी पर बना हुआ है. प्रचंड गर्मी होने के चलते नदी में जलस्तर गिरा है. लिहाजा इस समय यहां केवल 18 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है, लेकिन फिर भी आमजन को बिजली आपूर्ति संबंधी कोई परेशानी न आए, इसके पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. यह 60 मेगावाट का पावर हाउस है जहां पर लगातार बिजली का उत्पादन हो रहा है.
बिजली बोर्ड नाहन के एसई मनदीप सिंह ने बताया कि यहां पर पूरे सरकारी निर्देशों के अनुसार कार्य चला हुआ है. लगातार बिजली उत्पादन हो रहा है. साथ ही पूरे क्षेत्र में बिजली को सुनिश्चित किया गया है. इसके अलावा यहां पर समय-समय पर सैनिटाइजेशन किया जाता है.
इस पावर हाउस से सिरमौर जिला के औद्योगिक क्षेत्र पांवटा साहिब, कालाअंब सहित नाहन के अलावा पूरे जिले में बिजली आपूर्ति की जाती है. पावर हाउस में सभी सरकारी निर्देशों के तहत सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन के साथ कार्य किया जा रहा है.
पावर हाउस के एसडीओ सूरज पांडेय ने कहा कि गर्मियों में पानी की कमी के चलते बिजली का उत्पादन हो रहा है, लेकिन फिर भी लोगों को बिजली उपलब्ध करवाने में सभी जुटे हुए हैं. सरकारी निर्देशों के अनुरूप शहरों सहित विभिन्न क्षेत्रों और अस्पतालों में बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है. अगर रात के वक्त में भी कोई मेजर फॉल्ट आ जाता है, तो उसे समय रहते ठीक करने के पूरे प्रयास रहते हैं.
वहीं, बिजली बोर्ड के कर्मचारी भगवान दास के अनुसार वैसे तो वह यह काम करते ही आ रहे हैं, लेकिन कोरोना के चलते इस संकट के समय में काम करने में बहुत प्रसन्नता हो रही है, क्योंकि वह लोग देश और समाज के लिए मुश्किल के समय में काम कर रहे हैं. सरकारी निर्देशों का भी पूरा पालन किया जा रहा है.
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