नाहन: जिला सिरमौर के नाहन में ग्रामीण विकास अभिकरण ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. इस कार्यशाला में सिरमौर को 2 अक्तूबर तक प्लास्टिक मुक्त बनाने पर चर्चा की गई. बता दें कि कार्यशाला की अध्यक्षता डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने की.
इस दौरान डीसी ने प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे सभी को जागरुक किया. डीसी डॉ. आरके परुथी ने कहा कि 'स्वच्छता ही सेवा संकल्प' के तहत नाहन में आयोजित कार्यशाला में सिरमौर को प्लास्टिक मुक्त बनाने पर रणनीति तैयार कर ली गई है. इसके तहत यह अभियान तीन चरणों में चलेगा.
डीसी ने बताया कि प्रथम चरण में बुधवार को आयोजित किए शिविर में प्लास्टिक के नुकसान के बारे में लोगों को जागरुक किया गया. दूसरे चरण के तहत जिला की 228 पंचायतों में 1000 के आसपास वार्ड हैं, जिसमें 2300 के आस-पास महिला व युवक मंडल शामिल हैं. इसके तहत एक-एक महिला मंडल को एक-एक वार्ड दिए जाएंगे, ताकि हर वार्ड स्तर पर जिला को प्लास्टिक मुक्त बनाने पर काम किया जा सके.
डॉ. आरके परुथी कहा कि इस दौरान एकत्रित किए गए गंदे प्लास्टिक को एक बोतल में भरकर पॉलिब्रिक के माध्यम से सीमेंट प्लांट को फ्यूल के तौर पर इस्तेमाल करने को दिया जाएगा. साफ पॉलीथिन को सड़क निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी के हवाले किया जाएगा. डीसी ने कहा कि नाहन डिवीजन ने प्लास्टिक इस्तेमाल करने के लिए सड़क का चयन भी कर लिया है.उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि 2 अक्टूबर तक सिरमौर जिला को प्लास्टिक मुक्त बनाया जा सके.
बता दें कि कार्यशाला में जिला सिरमौर के 6 विकास खंडों के अधिकारी, नाहन ब्लॉक के पंचायत प्रतिनिधि व आंगनबाड़ी वर्कर्स समेत हेल्पर्स ने हिस्सा लिया.