नाहनः मोदी सरकार के विकास के दौर में हर गांव को शहर से पक्की सड़क से जोड़ने का बड़े-बड़े दावे किए जाते रहे हैं. पांवटा से महज 8 किलोमीटर कुंडलियों पंचायत टोका भुड गांव की सड़क अपने बदहाली के आंसू बहाने को मजबूर है.
बता दें कि भुड गांव के साथ-साथ कई अन्य गांव को जोड़नेवाली इस सड़क से प्रतिदिन सैकड़ों लोग सफर करते हैं. दिनभर वाहनों की आवाजाही लगी रहती है. फिर भी शासन प्रशासन को इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की हालत इतनी दयनीय है कि दो पहिया वाहन धक्के मार के चलाने पढ़ रहे हैं. सड़क में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे और उबड़-खाबड़ सड़क इसकी जर्जर स्थिति को खुद बयां कर रही है. बरसात के दिनों में तो सड़क की हालत और भी बदतर हो जाती है.
चुनाव के दौरान नेताओं ने गांव के लोगों से जो वादे किए थे, वह आज तक पूरे नहीं हुए हैं. गांव में 108 की सुविधा आज तक नहीं पहुंची है. यही नहीं लोग बस जैसी सुविधाओं से आज भी मेहर है. चुनाव के दौरान नई सड़क बनाने का वादा किया गया था, जो लॉलीपॉप जैसा ही साबित हुआ है.