शिलाई: राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर कार्य कर रही कंपनियां विभागीय लापरवाही के चलते बेलगाम हो गई हैं. निजी, वन परिक्षेत्र भूमि के अतिरिक्त नदी, नालों में सरेआम हजारों ट्रक मलबा डाल रही हैं. मलबा फेंकने का खेल संबंधित विभाग की नाक तले चल रहा है. सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
निजी, वन परिक्षेत्र भूमि पर डंप किया जा रहा मलबा
जानकारी के मुताबिक श्रीक्यारी से गुम्मा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है. कंपनी डंपिग साइट से बाहर निजी, वन परिक्षेत्र भूमि पर मलबा डंप कर रही है जो सीधा टोंस नदी में जा रहा है. मिनस के समीप धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी ने लगभग 5 हजार ट्रक से अधिक मलबा वन परिक्षेत्र भूमि को माध्यम बनाकर टोंस नदी में डाल दिया है. यह क्रम लगातार जारी है.
स्थानीय लोगों की मानें तो राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर जब से सड़क कटिंग कार्य शुरू हुआ है, तब से कोई अधिकारी मौके का निरीक्षण करने नहीं पहुंचा है. धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी अपनी मनमानी कर रही है. निजी, सरकारी भूमि के अलावा नालों और नदियों में मलबा फेंका जा रहा है जिससे कई जगह पेयजल सोर्स बंद हो गए हैं. पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो रही हैं.
शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं कर रहे कार्रवाई
लोगों का कहना है कि देखरेख कर रहे विभाग को कई बार शिकायतें की गई हैं लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. यदि विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क करने की कोशिश की जाती है तो फोन ब्लैक लिस्ट किए जा रहे हैं.
शिलाई वन परिक्षेत्र अधिकारी विद्या सागर ने बताया कि सड़क पर कार्य कर रही कंपनी ने वन परिक्षेत्र के माध्यम से टोंस नदी में हजारों ट्रक मलबा फेंका है. इसकी सूचना उन्हें मिली है इसलिए कंपनी का चालान किया जाएगा. साथ ही विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
क्या कहते हैं अधिशासी अभियंता विवेक पांचाल?
राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का कार्य करवा रहे विभागीय अधिशासी अभियंता विवेक पांचाल बताते हैं कि कंपनियां जिस तरह कार्य कर रही हैं, वह सही है. हम कार्रवाई करने में असमर्थ हैं इसलिए मौके का निरीक्षण नहीं कर सकते. धत्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैंनेजर नरेंद्र धत्रवाल ने बताया कि वह अब वन परिक्षेत्र और नदी में मलबा डालना बंद कर रहे हैं और निर्धारित डंपिंग जोन में मलबा डंप करेंगे.
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