पांवटा साहिब: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जन-जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है. प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. प्रदेश में बाढ़ के सैलाब और लैंडस्लाइड से दरकते पहाड़ों ने लोगों को बुरी तरह से प्रभावित किया है. बाढ़ और लैंडस्लाइड के कारण बहुत से लोग कई जगहों पर फंस गए हैं, जिनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
पांवटा साहिब में गिरी यमुना नदी में फंसे लोग: सिरमौर जिले में भी बारिश का कहर जारी है. मिली जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब में कई जगहों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जहां कई लोगों के फंसे होने की खबर सामने आई. दरअसल पांवटा साहिब प्रशासन को सूचना मिली थी कि 25 से 30 लोग बच्चों समेत गिरी यमुना नदी के तेज भाव में फंस गए. सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और नदी में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया.
'लगभग 30 लोगों को किया रेस्क्यू': एसडीएम पांवटा साहिब गुंजीत सिंह चीमा ने बताया कि सोमवार सुबह 3 बजे स्थानीय लोगों ने उनको सूचना दी थी. जिसमें उन्हें बताया गया था कि 25 से 30 लोग बच्चों समेत भगाणी मेरोवाला, सूरज फैक्ट्री के सामने गिरी यमुना नदी में फंसे हैं. सूचना मिलते ही प्रशासन एवं बचाव दल ने मौके पर पहुंच कर सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया. एसडीएम पांवटा साहिब ने बताया कि 25 से 30 लोगों के साथ कई मवेशियों को भी को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
'यमुना गोविंद घाट पर 8 गोताखोरों की टीमें तैनात': गौरतलब है कि 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश पांवटा साहिब के लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है. बताया जा रहा है कि पुरुवाला बाजार में दुकानों में बारिश का पानी घुस जाने से लोगों का काफी नुकसान हुआ है. वहीं, गिरी नदी यमुना नदी और बाता नदी का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है. प्रशासन ने यमुना गोविंद घाट पर 8 गोताखोरों की टीमें तैनात की है. इसके अलावा संवेदनशील इलाकों में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं, ताकि कोई बड़ी अनहोनी ना हो. एसडीएम पांवटा साहिब गुजन सिंह चिमा और डीएसपी रामानंद ठाकुर ने लोगों से नदियों नालों से दूर रहने की अपील की है.