नाहन: हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी प्राकृतिक झील श्री रेणुका जी धार्मिक पर्यटन के लिए देश भर में मशहूर है. पर्यटक इस झील में बोटिंग के साथ-साथ इसकी परिक्रमा करके प्रकृति का आनंद भी लेते हैं, लेकिन प्राकृतिक झील श्री रेणुका जी के एक हिस्से में दलदल बनने से पर्यटकों में स्थानीय प्रशासन की तरफ खासी नाराजगी है.
बता दें कि ईटीवी भारत की टीम ने जब इस झील की परिक्रमा का जायजा लिया तो पाया कि पिछले कुछ समय से इस झील का एक बड़ा हिस्सा लगातार दलदल में तब्दील होता जा रहा है. झील के इस भाग में झाड़ियां भी पैदा हो गई हैं. इस कारण यह झील अपनी सुंदरता भी खोने लगी है.
नारी आकार की इस झील के पूर्वी भाग को माता का सिर माना जाता है और वहीं पर झील अपना अस्तित्व खोती जा रही है. झील की ऐसी दशा देखकर बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक भी नाखुश है और सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं.
कोलकाता से आए पर्यटक ने बताया कि इंटरनेट पर स्थान को देखने के बाद यहां आए, लेकिन झील का पूर्वी हिस्सा लगातार सूखता जा रहा है. सरकार को इस ओर कदम उठाने चाहिए, ताकि इस विरासत को बचाया जा सके.
प्राशासन के द्वारा माता रेणुका के रूप में स्थित श्री रेणुका जी झील की लगातार अनदेखी की जा रही है, जिससे न केवल पर्यटक आहत है, बल्कि श्रद्धालुओं की आस्था को भी ठेस पहुंच रही है. लिहाजा सरकार को झील की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए समय रहते उचित कदम उठाने की आवश्यकता है.