पांवटा साहिब: भारत में निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रेसिडेंट डॉ. लोबसांग सांगेय का कहना है कि जब तक तिब्बत का मामला नहीं सुलझ जाता तब तक भारत और चीन के बीच विवाद जारी रहेगा.
डॉ. लोबसांग सांगेय ने यह बात पांवटा साहिब में पत्रकार वार्ता के दौरान कही. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के चमोली में त्रासदी में भी चीन की चाल हो सकती है. निर्वाचित तिब्बतियन सरकार के प्रेसिडेंट डॉ. लोबसांग सांगेय देशभर में तिब्बतन सेटलमेंट का दौरा करके पांवटा साहिब पहुंचे.
'तिब्बत समस्या का हल होने पर भारत चीन सीमा विवाद होगा खत्म'
डॉ. लोबसांग सांगेय ने यहां भोपुर तिब्बतन सेटलमेंट में रह रहे तिब्बती समुदाय के लोगों से मुलाकात की. डॉ. लोबसांग सांगेय ने पत्रकारवार्ता में कहा कि तिब्बत भारत और चीन के बीच मुख्य मुद्दा है. मगर इसका हल शांति से होना चाहिए. तिब्बत समस्या का हल निकलने के बाद भारत और चीन के बीच जो सीमा विवाद है, उसका हल भी निकल आएगा.
डॉ. लोबसांग ने अमेरिकी असेंबली में तिब्बतियन पॉलिसी सपोर्ट एक्ट पास होने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि अब तिब्बत वैश्विक मुद्दा बन गया है. यूरोपियन यूनियन से लेकर विश्व के सभी शक्तिशाली देशों में इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है.
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