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400 साल पुराने शहर में बिछा इंटरलॉकिंग टाइल्स का जाल, अब बना जी का जंजाल

नाहन शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाला मुख्य मार्ग लोक निर्माण विभाग के अधीन है. बस स्टैंड से लेकर कच्चा टैंक, रानीताल, मालरोड, दिल्ली गेट, गोविंदगढ़ मोहल्ले से वाल्मीकि नगर से होते हुए वापिस बस स्टैंड की करीब 80% सड़क पर लोक निर्माण विभाग द्वारा इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई गई हैं. इस मुख्य सड़क पर पेयजल लाइनों की मरम्मत के लिए खोदी गई टाइल्स जब दोबारा लगी, तो अधिकतर जगह पर हालात उबड़ खाबड़ बन गए. कई जगहों से टाइल्स धंस चुकी है, जोकि परेशानी का सबब बनी हुई है.

Interlocking tiles nahan news, इंटरलॉकिंग टाइल्स नाहन न्यूज
डिजाइन फोटो.
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Published : Mar 31, 2021, 7:50 PM IST

Updated : Mar 31, 2021, 10:01 PM IST

नाहन: वर्ष 1621 में बसे ऐतिहासिक शहर नाहन के अधिकतर हिस्से में इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछा दी गई हैं, जोकि शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन रही हैं. हालांकि सत्ताधारी दल के नेता व संबंधित विभागों के अधिकारी इंटरलॉकिंग टाइल्स को बेहतर करार दे रहे हैं, लेकिन इनसे दिक्कतें झेल रहे शहरवासी इससे पहले बनी तारकोल की सड़कों को बेहतर बता रहे हैं.

दरअसल नाहन शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाला मुख्य मार्ग लोक निर्माण विभाग के अधीन है. बस स्टैंड से लेकर कच्चा टैंक, रानीताल, मालरोड, दिल्ली गेट, गोविंदगढ़ मोहल्ले से वाल्मीकि नगर से होते हुए वापिस बस स्टैंड की करीब 80% सड़क पर लोक निर्माण विभाग द्वारा इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई गई हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

इस मुख्य सड़क पर पेयजल लाइनों की मरम्मत के लिए खोदी गई टाइल्स जब दोबारा लगी, तो अधिकतर जगह पर हालात उबड़ खाबड़ बन गए. कई जगहों से टाइल्स धंस चुकी है, जोकि परेशानी का सबब बनी हुई है.

क्या कहते हैं वरिष्ठ नागरिक प्रेमपाल महिंद्रू

शहर की सड़कों को लेकर वरिष्ठ नागरिक प्रेमपाल महिंद्रू ने कहा कि नाहन की सड़कों पर यातायात काफी अधिक होता है. खासकर दोपहिया वाहनों की संख्या काफी अधिक होती है. मुख्य सड़के मार्गों पर यह टाइल्स लगाने क्या मकसद है.

उन्होंने बताया कि महाराजा सिरमौर के समय से शहर में तारकोल की सड़के होती थी, जोकि बहुत बेहतर होने के साथ-साथ कई-कई साल चलती थी. उन्होंने कहा कि इंटरलॉकिंग टाइल्स गलियों व छोटी सड़कों पर होनी चाहिए, ना की मुख्य सड़कों पर. शहर में यह टाइल्स ठीक नहीं है. इतनी राशि भी खर्च की गई, लेकिन फायदा कुछ नहीं हुआ.

सड़कों की हालत ज्यादा खराब

वहीं, अन्य शहरवासी सुभाष शर्मा ने कहा कि शहर की सड़कों की हालत ज्यादा खराब है. जब से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगी हैं, तब से ज्यादा समस्या आ रही है. माल रोड सहित कई रास्तों पर टाइल्स उबड़ खाबड़ है. इसकी वजह से माल रोड पर भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी है. तारकोल की मुख्य सड़क पहले बहुत बेहतर थी.

वर्तमान में टाइल्स के ऊपर से बड़े वाहन गुजरने पर साउंड भी काफी अधिक होता है. सारे शहर में अच्छी क्वालिटी की टाइलें नहीं लगी हैं. वाहन स्किड होते हैं. बरसात के मौसम में ज्यादा समस्या होती है. गलियों में टाइलें लगाना ठीक है, लेकिन यहां तो मुख्य सड़कों पर भी टाइलें बिछाई जा रही हैं. मुख्य सड़क तारकोल से ही बनाई जानी चाहिए.

क्या कहते हैं लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन?

लोक निर्माण विभाग के नाहन स्थित एक्सईएन वीके अग्रवाल ने कहा कि नाहन में करीब 1 किलोमीटर सर्कुलर रोड लोक निर्माण विभाग के अधीन है. वर्तमान में सड़क की हालत अच्छी है. एक साल पहले आईपीएच विभाग द्वारा पेयजल लाइनें डाली गई थी, तब थोड़ी दिक्कत आई थी. इंटरलॉकिंग टाइल्स को जब एक बार उखाड़ आ जाता है, तो दोबारा उसी तरह से सैट में थोड़ी कमी रह जाती है. कुछेक जगहों पर सुधार की आवश्यकता है, जिसके लिए विभाग प्रयासरत है.

क्या कहते हैं नगर परिषद के एसडीओ?

नगर परिषद नहान के एसडीओ परवेज इकबाल ने कहा कि शहर में अधिकतर जगहों पर नगर परिषद ने इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाकर मरम्मत का कार्य पूरा कर दिया था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से कुछ सड़कें खराब हुई है, जिनकी मरम्मत का कार्य दोबारा से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली गेट से कोर्ट रोड तक की सड़क का सवाल है की टारिंग के लिए टेंडर कॉल कर लिया गया है. इसकी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस सड़क का कार्य भी शुरू करवा दिया जाएगा.

कुल मिलाकर नाहन शहर के अधिकतर हिस्से में इंटरलॉकिंग टाइल्स का जाल बिछाकर सताधारी दल के नेता व संबंधित विभाग के अधिकारी कितने ही बेहतरी के दावे कर रहे हो, लेकिन शहरवासी इन इंटरलॉकिंग टाइल्स को जी का जंजाल करार दे रहे हैं और तारकोल की सड़कों को ही बेहतर बता रहे हैं.

ये भी पढ़ें- नियमित होंगे अनुबंध कर्मचारी, 31 मार्च को 3 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मियों के लिए अधिसूचना जारी

नाहन: वर्ष 1621 में बसे ऐतिहासिक शहर नाहन के अधिकतर हिस्से में इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछा दी गई हैं, जोकि शहरवासियों के लिए जी का जंजाल बन रही हैं. हालांकि सत्ताधारी दल के नेता व संबंधित विभागों के अधिकारी इंटरलॉकिंग टाइल्स को बेहतर करार दे रहे हैं, लेकिन इनसे दिक्कतें झेल रहे शहरवासी इससे पहले बनी तारकोल की सड़कों को बेहतर बता रहे हैं.

दरअसल नाहन शहर के बीचों-बीच से गुजरने वाला मुख्य मार्ग लोक निर्माण विभाग के अधीन है. बस स्टैंड से लेकर कच्चा टैंक, रानीताल, मालरोड, दिल्ली गेट, गोविंदगढ़ मोहल्ले से वाल्मीकि नगर से होते हुए वापिस बस स्टैंड की करीब 80% सड़क पर लोक निर्माण विभाग द्वारा इंटरलॉकिंग टाइल्स बिछाई गई हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

इस मुख्य सड़क पर पेयजल लाइनों की मरम्मत के लिए खोदी गई टाइल्स जब दोबारा लगी, तो अधिकतर जगह पर हालात उबड़ खाबड़ बन गए. कई जगहों से टाइल्स धंस चुकी है, जोकि परेशानी का सबब बनी हुई है.

क्या कहते हैं वरिष्ठ नागरिक प्रेमपाल महिंद्रू

शहर की सड़कों को लेकर वरिष्ठ नागरिक प्रेमपाल महिंद्रू ने कहा कि नाहन की सड़कों पर यातायात काफी अधिक होता है. खासकर दोपहिया वाहनों की संख्या काफी अधिक होती है. मुख्य सड़के मार्गों पर यह टाइल्स लगाने क्या मकसद है.

उन्होंने बताया कि महाराजा सिरमौर के समय से शहर में तारकोल की सड़के होती थी, जोकि बहुत बेहतर होने के साथ-साथ कई-कई साल चलती थी. उन्होंने कहा कि इंटरलॉकिंग टाइल्स गलियों व छोटी सड़कों पर होनी चाहिए, ना की मुख्य सड़कों पर. शहर में यह टाइल्स ठीक नहीं है. इतनी राशि भी खर्च की गई, लेकिन फायदा कुछ नहीं हुआ.

सड़कों की हालत ज्यादा खराब

वहीं, अन्य शहरवासी सुभाष शर्मा ने कहा कि शहर की सड़कों की हालत ज्यादा खराब है. जब से इंटरलॉकिंग टाइल्स लगी हैं, तब से ज्यादा समस्या आ रही है. माल रोड सहित कई रास्तों पर टाइल्स उबड़ खाबड़ है. इसकी वजह से माल रोड पर भी कई दुर्घटनाएं हो चुकी है. तारकोल की मुख्य सड़क पहले बहुत बेहतर थी.

वर्तमान में टाइल्स के ऊपर से बड़े वाहन गुजरने पर साउंड भी काफी अधिक होता है. सारे शहर में अच्छी क्वालिटी की टाइलें नहीं लगी हैं. वाहन स्किड होते हैं. बरसात के मौसम में ज्यादा समस्या होती है. गलियों में टाइलें लगाना ठीक है, लेकिन यहां तो मुख्य सड़कों पर भी टाइलें बिछाई जा रही हैं. मुख्य सड़क तारकोल से ही बनाई जानी चाहिए.

क्या कहते हैं लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन?

लोक निर्माण विभाग के नाहन स्थित एक्सईएन वीके अग्रवाल ने कहा कि नाहन में करीब 1 किलोमीटर सर्कुलर रोड लोक निर्माण विभाग के अधीन है. वर्तमान में सड़क की हालत अच्छी है. एक साल पहले आईपीएच विभाग द्वारा पेयजल लाइनें डाली गई थी, तब थोड़ी दिक्कत आई थी. इंटरलॉकिंग टाइल्स को जब एक बार उखाड़ आ जाता है, तो दोबारा उसी तरह से सैट में थोड़ी कमी रह जाती है. कुछेक जगहों पर सुधार की आवश्यकता है, जिसके लिए विभाग प्रयासरत है.

क्या कहते हैं नगर परिषद के एसडीओ?

नगर परिषद नहान के एसडीओ परवेज इकबाल ने कहा कि शहर में अधिकतर जगहों पर नगर परिषद ने इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाकर मरम्मत का कार्य पूरा कर दिया था, लेकिन कुछ कारणों की वजह से कुछ सड़कें खराब हुई है, जिनकी मरम्मत का कार्य दोबारा से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जहां तक दिल्ली गेट से कोर्ट रोड तक की सड़क का सवाल है की टारिंग के लिए टेंडर कॉल कर लिया गया है. इसकी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस सड़क का कार्य भी शुरू करवा दिया जाएगा.

कुल मिलाकर नाहन शहर के अधिकतर हिस्से में इंटरलॉकिंग टाइल्स का जाल बिछाकर सताधारी दल के नेता व संबंधित विभाग के अधिकारी कितने ही बेहतरी के दावे कर रहे हो, लेकिन शहरवासी इन इंटरलॉकिंग टाइल्स को जी का जंजाल करार दे रहे हैं और तारकोल की सड़कों को ही बेहतर बता रहे हैं.

ये भी पढ़ें- नियमित होंगे अनुबंध कर्मचारी, 31 मार्च को 3 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मियों के लिए अधिसूचना जारी

Last Updated : Mar 31, 2021, 10:01 PM IST
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