पांवटा साहिब: कोरोना वायरस ने सभी त्योहारों का मजा फीका कर दिया है. पूरे देश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. वहीं, कोरोना वायरस के चलते पांवटा साहिब और माजरा के बाजारों में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भी लोगों की भीड़ नजर नहीं आ रही है. आज के दिन हर साल बाजारों में ढ़ोल-नगाड़ों की धूम के साथ लोगों की रौनक देखने को मिलती थी.
वहीं, इस साल खाली पड़े बाजारों में लोग भगवान कृष्ण के ऋंगार का सामान, पूजा के लिए वस्त्र व झूले खरीदने भी नहीं आ रहे हैं. प्रदेश के किसी भी शहर या गांव में जन्माष्टमी के दिन बाजार लोगों की भीड़ से भरे रहते थे और बाजारों में अलग ही तरह की रोनक देखने को मिलती थी, लेकिन इस साल बाजारों में भीड़ की बाजाय दुकानों पर गिने-चुने ग्राहक भी देखने को नहीं मिल रहे हैं.
वहीं, स्थानीय दुकानदार अरविंद गुप्ता का कहना है कि इस साल कोरोना वायरस संकट के चलते लोग अपने घरों में रहकर ही कृष्ण जन्माष्टमी मना रहे हैं. साथ ही देश के कुछ राज्यों में अभी तक धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत सरकारों ने नहीं दी है. इससे भी बाजारों में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन लोगों की हलचल देखने को नहीं मिल रही है. वहीं, इस बार उन्होंने जन्माष्टमी के लिए दुकानों में ज्यादा सामान नहीं भरा था, लेकिन थोड़ा बहुत लाया हुआ सामान ही बिक नहीं पा रहा है.
बता दें कि सिरमौर जिला में पिछले चार-पांच दिनों से लगातार कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. इसके चलते लोगों में कोरोना को लेकर भारी डर है. लोग हर तरह से एहतियात बरत रहे है. इस बार लोग त्योहारों को भी घरों में ही मना रहे हैं. इससे पहले लोगों ने इस साल रक्षा बंधन का त्योहार भी अपने घरों में रहकर ऑनलाइन मनाया.
आपको बता दें कोरोना वायरस के चलते बाजारों में बेशक भीड़ कम हो, लेकिन लोगों की आस्था अटूट है. लोग घरों में सोशल डिस्टेंस के दायरे में रहकर जन्माष्टमी का त्योहार मना रहे हैं.
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