पांवटा साहिब: हिमाचल प्रदेश में बरसात का मौसम शुरू होते ही अवैध खनन माफिया सक्रिय हो जाता है. नदियों और खड्डों से बड़ी मात्रा में रेत बजरी निकाली जाती है. हालांकि सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन खनन माफिया प्रशासन और सरकार की नाक के नीचे नदियों का सीना छलनी करने से बाज नहीं आता है. वहीं, माइनिंग विभाग भी खनन माफियाओं और अवैध खनन के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है.
अवैध खनन पर माइनिंग विभाग की कार्रवाई: प्राप्त जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब में बरसात के दिनों में अवैध खनन शुरू हो गया है. वहीं, पांवटा साहिब में अवैध खनन कर रहे ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ माइनिंग विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. माइनिंग विभाग के सख्त रवैए से रेत-बजरी माफियाओं में हड़कंप मच गया है. दरअसल माइनिंग विभाग ने अवैध खनन कर रहे तीन ट्रैक्टर के चालान काटकर ₹18000 का जुर्माना वसूला है.
जान जोखिम में डाल रेत चुरा रहा माफिया: जानकारी के मुताबिक पांवटा साहिब के भूतपूर्व और बाटा नदी में रेत-बजरी माफिया नदियों को छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. नदी नालों के उफान पर होने के बावजूद भी रेत बजरी माफिया लालच में आकर अपनी जान जोखिम में डालकर रेत का अवैध कारोबार कर रहे थे. माइनिंग विभाग को जैसे ही इसकी सूचना मिली तो माइनिंग इंस्पेक्टर ने अपनी टीम के साथ नदियों का दौरा किया और तीन ट्रैक्टर को रंगे हाथों पकड़ कर ₹18000 का जुर्माना वसूला.
खनन माफिया को प्रशासन की चेतावनी: वहीं, माइनिंग इंस्पेक्टर मंगल शर्मा ने बताया कि जिला माइनिंग अधिकारी के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि रेत बजरी माफियाओं को पहले भी सख्त निर्देश दिए गए हैं कि नदियां नाले उफान पर हैं. इसके बावजूद भी कुछ एक रेत बजरी माफिया पैसे के लालच में अवैध खनन कर रहे हैं, लेकिन अब किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. इस दौरान माइनिंग गार्ड अनुज और नीरज मुकेश और राजेंद्र मौजूद रहे.
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