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आयुष घर द्वार कार्यक्रमः यहां 2000 से अधिक कोरोना मरीजों को बांटी दवाएं, मिल रहे सकारात्मक परिणाम - Sirmour latest news

जिला प्रशासन व आयुष विभाग की ओर से सिरमौर में आयुष घर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला के 2000 से अधिक कोरोना संक्रमित रोगियों को लक्षणों के आधार पर उनके घर द्वार पर ही दवाइयां वितरित की गई. जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं. जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. राजेंद्र देव शर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमितों को घर द्वार पर 17 प्रकार की दवाइयां वितरित करने के लिए 65 समूहों का गठन किया गया, जिसमें 32 डॉक्टर, 32 फार्मासिस्ट व एक स्टाफ नर्स कार्य कर रहे हैं.

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Published : Jun 17, 2021, 6:01 PM IST

नाहनः जिला प्रशासन व आयुष विभाग की ओर से सिरमौर में आयुष घर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला के 2000 से अधिक कोरोना संक्रमित रोगियों को लक्षणों के आधार पर उनके घर द्वार पर ही दवाइयां वितरित की गई.

आयुष विभाग के मुताबिक इन दवाइयों के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व उन्हें जल्द ठीक होने में बहुत सहायता मिलती है, जिसके फलस्वरूप आयुष घर द्वार कार्यक्रम के बहुत ही सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं. साथ ही होम आइसोलेट मरीजों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर प्रतिदिन योग में भी करवाया जा रहा है.

कोरोना संक्रमितों को दे रहे 17 प्रकार की दवाइयां

जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. राजेंद्र देव शर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमितों को घर द्वार पर 17 प्रकार की दवाइयां वितरित करने के लिए 65 समूहों का गठन किया गया, जिसमें 32 डॉक्टर, 32 फार्मासिस्ट व एक स्टाफ नर्स कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति से बात करने के पश्चात लक्षणों के आधार पर इन 17 दवाइयों में से आवश्यक दवाइयां मरीज को दी जाती हैं, जिनमें च्यवनप्राश, श्वास संबंधी परेशानियों व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाइयां शामिल हैं.

वीडियो.

नगर परिषद क्षेत्र में 200 संक्रमितों पर किया दवाइयां का ट्रायल

उन्होंने बताया कि नाहन के नगर परिषद क्षेत्र में किए गए ट्रायल में पाया गया कि जिन 200 संक्रमितों को यह दवाइयां प्रदान की गई, उनमें से कोई भी रोगी गंभीर संक्रमण के कारण भी अस्पताल में दाखिल नहीं हुआ और वह घर पर ही ठीक हो गए. उन्होंने बताया कि मरीजों को जितनी जल्दी यह दवाइयां दी गई, वह उतने ही जल्दी ठीक हुए.

अधिक से अधिक लोगों को मिले दवाइयों का फायदा

जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि आज भी जिला के संक्रमित मरीजों को गांव-गांव में जाकर उनके घर द्वार पर यह दवाइयां वितरित की जा रही हैं. भविष्य में भी आवश्यकता अनुसार दवाइयां वितरित करने के लिए विभाग कार्य कर रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन दवाइयों का फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से इन 65 समूहों की ओर से संक्रमितों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर योग करवाया जा रहा है.

संक्रमण से बचाव के लिए आयुष विभाग उठा हरसंभव कदम

इस व्हाट्सएप ग्रुप में उन सभी लोगों को शामिल किया गया है, जो होम आइसोलेशन में हैं या अस्पताल में भर्ती हैं. मरीजों के लिए योग के प्रतिदिन 4 सेशन करवाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में संक्रमित लोगों के अलावा सामान्य लोगों को भी जोड़ा जा रहा है, ताकि उनकी शंकाओं का निवारण हो सके और उन्हें परामर्श प्रदान किया जा सके. कुल मिलाकर कोरोना काल में आयुष विभाग भी संक्रमण से बचाव के मद्देनजर हरसंभव कदम उठा रहा है. यही वजह है कि आयुष घर द्वार कार्यक्रम के काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले.

ये भी पढ़ेंः- 11 जून की वो तबाही वाली रात! करसोग में हुआ 70 लाख का नुकसान

नाहनः जिला प्रशासन व आयुष विभाग की ओर से सिरमौर में आयुष घर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला के 2000 से अधिक कोरोना संक्रमित रोगियों को लक्षणों के आधार पर उनके घर द्वार पर ही दवाइयां वितरित की गई.

आयुष विभाग के मुताबिक इन दवाइयों के माध्यम से होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने व उन्हें जल्द ठीक होने में बहुत सहायता मिलती है, जिसके फलस्वरूप आयुष घर द्वार कार्यक्रम के बहुत ही सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं. साथ ही होम आइसोलेट मरीजों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर प्रतिदिन योग में भी करवाया जा रहा है.

कोरोना संक्रमितों को दे रहे 17 प्रकार की दवाइयां

जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. राजेंद्र देव शर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमितों को घर द्वार पर 17 प्रकार की दवाइयां वितरित करने के लिए 65 समूहों का गठन किया गया, जिसमें 32 डॉक्टर, 32 फार्मासिस्ट व एक स्टाफ नर्स कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति से बात करने के पश्चात लक्षणों के आधार पर इन 17 दवाइयों में से आवश्यक दवाइयां मरीज को दी जाती हैं, जिनमें च्यवनप्राश, श्वास संबंधी परेशानियों व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाइयां शामिल हैं.

वीडियो.

नगर परिषद क्षेत्र में 200 संक्रमितों पर किया दवाइयां का ट्रायल

उन्होंने बताया कि नाहन के नगर परिषद क्षेत्र में किए गए ट्रायल में पाया गया कि जिन 200 संक्रमितों को यह दवाइयां प्रदान की गई, उनमें से कोई भी रोगी गंभीर संक्रमण के कारण भी अस्पताल में दाखिल नहीं हुआ और वह घर पर ही ठीक हो गए. उन्होंने बताया कि मरीजों को जितनी जल्दी यह दवाइयां दी गई, वह उतने ही जल्दी ठीक हुए.

अधिक से अधिक लोगों को मिले दवाइयों का फायदा

जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि आज भी जिला के संक्रमित मरीजों को गांव-गांव में जाकर उनके घर द्वार पर यह दवाइयां वितरित की जा रही हैं. भविष्य में भी आवश्यकता अनुसार दवाइयां वितरित करने के लिए विभाग कार्य कर रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन दवाइयों का फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से इन 65 समूहों की ओर से संक्रमितों को व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़कर योग करवाया जा रहा है.

संक्रमण से बचाव के लिए आयुष विभाग उठा हरसंभव कदम

इस व्हाट्सएप ग्रुप में उन सभी लोगों को शामिल किया गया है, जो होम आइसोलेशन में हैं या अस्पताल में भर्ती हैं. मरीजों के लिए योग के प्रतिदिन 4 सेशन करवाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस व्हाट्सएप ग्रुप में संक्रमित लोगों के अलावा सामान्य लोगों को भी जोड़ा जा रहा है, ताकि उनकी शंकाओं का निवारण हो सके और उन्हें परामर्श प्रदान किया जा सके. कुल मिलाकर कोरोना काल में आयुष विभाग भी संक्रमण से बचाव के मद्देनजर हरसंभव कदम उठा रहा है. यही वजह है कि आयुष घर द्वार कार्यक्रम के काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले.

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