पांवटा साहिब : कांग्रेस ने अब तक 63 सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं लेकिन 5 सीटों पर अब भी पेंच फंसा हुआ है. इन 5 सीटों में से एक सीट पांवटा साहिब की भी है, जहां पार्टी अब तक तय नहीं कर पाई है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कौन उम्मीदवार होगा. (Paonta Sahib Seat) (Congress Candidate fron Paonta Sahib)
किरनेश जंग और हरप्रीत रतन - कांग्रेस ने उम्मीदवारों के लिए शिमला से लेकर दिल्ली तक कई दौर का मंथन किया और अब तक पहली सूची में 46 और दूसरी सूचि में 17 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. पांवटा साहिब सीट को लेकर मंथन दिल्ली में चल रहा है. दरअसल यहां से किरनेश जंग और हरप्रीत रतन टिकट के दो सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि इन दोनों के नाम फाइनल हुए लेकिन टिकट किसे दिया जाए ये फैसला नहीं हो पाया है. (Paonta Sahib assembly constituency) (Kirnesh jung and harpreet ratan)
किरनेश जंग कौन हैं- पांवटा साहिब में किरनेश जंग कांग्रेस की टिकट के मजबूत दावेदार बताए जा रहे हैं. किरनेश जंग ने 2003 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन चुनाव हार गए. 2012 में टिकट ना मिलने पर आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और विधायक बने. साल 2017 में फिर कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन हार गए. किरनेश जंग वीरभद्र सिंह परिवार के करीबी रहे हैं और कहा जा रहा है हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह गुट की तरफ से उनको टिकट देने की पैरवी कर रहे हैं. (Kirnesh Jung vs Harpreet Ratan)
हरप्रीत रतन कौन हैं- हरप्रीत रतन सिख चेहरे के रूप में पांवटा साहिब से वोट मांग रहे हैं. इस सीट पर सिख वोटर्स की अच्छी खासी तादाद है. उनके दादा 2 बार पांवटा साहिब से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं और इस बार वो भी टिकट पर दावा ठोक रहे हैं. हरप्रीत रतन को सुक्खू कैंप का बताया जाता है. कुल मिलाकर गुटबाजी के कारण पांवटा साहिब विधानसभा सीट पर उम्मीदवार को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. और ये सवाल फिलहाल बना हुआ है कि पांवटा से कांग्रेस का उम्मीदवार कौन होगा