नाहन: आजादी के अमृत महोत्सव पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की राज्य इकाई ने सिरमौर के सुकेती में स्थित एशिया के पहले फॉसिल पार्क में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में कॉलेज के छात्रों को विशेष तौर पर फॉसिल्स की उपयोगिता एवं उनके महत्व के बारे बताया गया. साथ ही उन्हें हेरिटेज स्थलों के सरंक्षण एवं संवर्धन के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई.
सुकेती फॉसिल पार्क में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन: कार्यक्रम की अध्यक्षता भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण की राज्य इकाई के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. जीएस तिवारी ने की. उन्होंने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ माइंस के तहत एक विशेष हेरिटेज प्रोटेक्शन बिल लाया गया है और उसी की जानकारी आज यहां पर प्रदान की गई. मीडिया से बात करते हुए डिप्टी डायरेक्टर जनरल भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण चंडीगढ़ (इसके तहत पंजाब, हरियाणा व हिमाचल आते हैं) डॉ. जीएस तिवारी ने बताया कि आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर मंत्रालय अनेक आयोजन कर रहा है और इसी के तहत सुकेती फॉसिल पार्क में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सुकेती फॉसिल पार्क एशिया का पहला फॉसिल पार्क: जागरूकता कार्यक्रम में कॉलेज से आए विद्यार्थियों को फॉसिल्स इकट्ठा करने व इसके महत्व के बारे में बताया गया. इसके साथ ही हेरिटेज प्रोटेक्शन बिल के तहत किस तरह से सुकेती जैसे स्थलों का संरक्षण जरूरी है, इस बारे में भी जानकारी दी गई. उल्लेखनीय है कि सिरमौर जिले के अंतर्गत आने वाला सुकेती फॉसिल पार्क एशिया का पहला फॉसिल पार्क है, जहां पर वही फॉसिल अवशेष रखे गए हैं, जो जीव, जंतु और जानवर आदि कभी यहीं पर रहा करते थे. यहां पर प्राचीनतम जीवाश्मों का भंडार है.
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