पांवटा साहिब: विकास कार्यों को गति देने और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए पति-पत्नी चुनाव मैदान में उतरे हैं. शिवसेना के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मधुकर डोगरी ने वॉर्ड नंबर-10 और उनकी पत्नी रेणु डोगरी ने वॉर्ड नंबर- 9 से नामांकन भरा है.
चुनाव प्रचार के चलते हालांकि इनका पारिवारिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पूर्व पार्षद मधुकर डोकरी और उनकी पत्नी पूर्व पार्षद रेनू डोगरी इस बार फिर चुनावी रण में है. मधुकर डोकरी पहले भी तीन बार पार्षद रह चुके हैं और उनकी पत्नी को भी एक बार बतौर पार्षद का अनुभव है.
इस बार दोनों ने अलग-अलग वॉर्डों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. डोगरी दंपत्ति का कहना है कि नगर परिषद की जड़ों तक भ्रष्टाचार व्याप्त है और शहर में विकास कार्य रुके पड़े हैं, जिसके चलते पति-पत्नी ने चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है. दंपत्ति ने कहा कि पार्षद बनते ही वे विकास कार्यों को गति देकर भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का प्रयास करेंगे.
छोटे बच्चों को घर में छोड़ चुनाव प्रचार कर रहे पति पत्नी
डोगरी दंपत्ति चुनाव प्रचार के लिए तड़के घर से निकल जाते हैं और दिन भर अपने-अपने वॉर्डों में चुनाव प्रचार करते हैं. घर में छोटे बच्चे हैं, जिनकी देखरेख के लिए कोई नहीं रहता. माता-पिता घर से बाहर रहते हैं तो बच्चे खुद ही अपना ध्यान रख लेते हैं. छोटी बेटी को 3 महीने पहले कोरोना हो गया था. बच्चे का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है, लेकिन मां को फिर भी चुनाव प्रचार में निकलना पड़ता है.