पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पहाड़ी इलाकों में गिरीपार क्षेत्र में कुछ ही दिनों में गेहूं की फसल पककर तैयार होने वाली है, लेकिन शनिवार रात हुई जोरदार ओलावृष्टि किसानों के लिए मुसीबत बन गई हैं.प्याज, लहसुन और टमाटर की फसल बारिश से खराब होने के कगार पर है. किसानों की आर्थिकी का मुख्य साधन मात्र खेती ही है, जिससे किसान साल भर गुजर बसर करते हैं.
शनिवार रात से लेकर रविवार दोपहर तक ओलावृष्टि और झमाझम बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है. बारिश से NH 707 की हालत खस्ता हो गई है. NH-707 पर तिलोरधार के समीप बिल गेट का एक हिस्सा धंस गया.
गांव के किसान ने बताया कि इस बार गेहूं की फसल की पैदावार अधिक मात्रा में हुई थी, लेकिन बीती रात की ओलावृष्टि से गेहूं की फसल ही नहीं बल्कि प्याज और लहसुन की फसल भी बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में किसान मायूस नजर आ रहे हैं. बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. वहीं, अधिकांश खेतों में गेहूं की फसल पकने ही वाली थी और अचानक बारिश ने सारी फसल बर्बाद कर दी.
कोरोना वायरस के चलते मजदूरों की मजदूरी करने का जरिया खत्म हो गया है. वहीं, खेती पर निर्भर किसानों का बीती रात की बारिश की मार से उभरना मुश्किल हो रहा है.