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पांवटा साहिब में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, अच्छी फसल की उम्मीद में किसानों के खिले चेहरे - Farmers happy with rain

सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के शिलाई, कफोटा, टिम्बी और तिलोरधार में शनिवार सुबह से बारिश होने के बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे. इसके चलते रात के समय ठंडक ने भी दस्तक दे दी थी. वहीं, बारिश के पानी पर निर्भर किसानों के लिए ये बारिश अमृत के समान है.

Farmers happy with rain in Paonta Sahib
पांवटा साहिब में बारिश से किसान खुश
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Published : Dec 15, 2019, 8:39 AM IST

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के शिलाई, कफोटा, टिम्बी और तिलोरधार में शनिवार सुबह से बारिश होने के बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे. इसके चलते रात के समय ठंडक ने भी दस्तक दे दी थी. वहीं, बारिश के पानी पर निर्भर किसानों के लिए ये बारिश अमृत के समान है.

किसान बुद्धिज्म कुमार सिंह ने कहा कि ज्यादातर किसान बरसात के पानी पर निर्भर रहते हैं. बारिश अच्छी होने से किसानों की फसलें अच्छी होती है. वहीं, बारिश न होने से किसान अपनी फसलों के लिए परेशान नजर आते हैं. यही कारण है कि जिला की युवा पीढ़ी शिमला सोलन जैसे इलाकों में काम करने के लिए धक्के खाने को मजबूर हैं.

वीडियो रिपोर्ट

केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के बात कह रही है. देश में खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी बनाई जा रही है, लेकिन धरातल की बात की जाए तो यहां पर अधिकांश युवा किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. शिलाई क्षेत्र में किसानों को सिंचाई की योजनाएं देने पर किसान भी अपने खेतों में फसलें उगा सकते हैं.

ये भी पढ़ें: मकान में छिपा रखा था अवैध शराब का जखीरा, चंडीगढ़ से संबंध रखता है आरोपी

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के शिलाई, कफोटा, टिम्बी और तिलोरधार में शनिवार सुबह से बारिश होने के बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे. इसके चलते रात के समय ठंडक ने भी दस्तक दे दी थी. वहीं, बारिश के पानी पर निर्भर किसानों के लिए ये बारिश अमृत के समान है.

किसान बुद्धिज्म कुमार सिंह ने कहा कि ज्यादातर किसान बरसात के पानी पर निर्भर रहते हैं. बारिश अच्छी होने से किसानों की फसलें अच्छी होती है. वहीं, बारिश न होने से किसान अपनी फसलों के लिए परेशान नजर आते हैं. यही कारण है कि जिला की युवा पीढ़ी शिमला सोलन जैसे इलाकों में काम करने के लिए धक्के खाने को मजबूर हैं.

वीडियो रिपोर्ट

केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के बात कह रही है. देश में खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी बनाई जा रही है, लेकिन धरातल की बात की जाए तो यहां पर अधिकांश युवा किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. शिलाई क्षेत्र में किसानों को सिंचाई की योजनाएं देने पर किसान भी अपने खेतों में फसलें उगा सकते हैं.

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Intro:दो-तीन दिन लगातार रिमझिम बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे बारिश के बूदों पर निर्भर किसानों को यह बारिश की बूंदे बनी अमृत आज भी गिरीपार क्षेत्र के किसान सिंचाई योजनाओं के लिए परेशान।Body:

लगातार दो-तीन दिनों से खराब मौसम वाह बारिश से कड़ाके की ठंड पड़ गई है मौसम शुक्रवार रविवार की सुबह बारिश लेकर आया। इससे किसानों के चेहरे खिल उठे। वहीं दूसरी, जहां तहां बारिश और ओले गिरने से गलन बढ़ी और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र के शिलाई कफोटा टिम्बी तिलोरधार शनिवार सुबह से बारिश होने के बाद दिनभर आसमान में बादल छाए रहे रात के समय संसद में ठंडक ने भी दस्तक दे दी थी बारिश के पानी पर निर्भर किसान बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को यह बारिश अमृत के समान बनी बारिश होने के बाद लोगों को ठंड का काफी एहसास होने लगा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक बूंदाबांदी हुई।बारिश होने से किसानों को खटा मिठा एहसास हो रहा है।

क्या कहा यहां के किसानों ने

जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र बुद्धिज्म कुमार सिंह ने बताया कि अधिकांश किसान बरसात के पानी पर निर्भर रहते हैं बारिश हो तो किसानों की फसलें अच्छी होती है बारिश ना हो तो किसान अपनी फसलों के लिए परेशान नजर आते हैं यही कारण है कि यहां का युवा पीढ़ी आज शिमला सोलन जैसे इलाकों में काम करने के लिए धक्के खाने को मजबूर है जहां केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के बात कह रही है देश में खेती को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी बनाई जा रही है लेकिन अगर धरातल की बात की जाए तो यहां पर अधिकांश किसान युवा दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है अगर शिलाई क्षेत्र की बात की जाए तो यहां किसानों को सिंचाई की योजनाएं दी जाए तो यहां के किसान भी अपने खेतों में फसलें उगा सकते हैं पर सभी नेता हो या मंत्री आश्वासन देकर चले जाते हैं किसानों को तो आज भी समस्या झेलनी पड़ रही है



Conclusion:किसानों की आय दोगुनी करने वाली केंद्र सरकार को भी धरातल पर किसानों को सुविधाएं देने के लिए कार्य करने चाहिए ताकि पहाड़ों में बसे किसानों अपनी खेती करके अपना गुजारा कर सके वह खेतों से पैदा हुआ अनाज मंडियों तक बेच सकें प्रदेशा केंद्र सरकार अगर पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों के लिए सिंचाई की योजनाएं लाइन तो आने वाले समय में पहाड़ी क्षेत्र के किसानों की आय 4 गुना बढ़ सकती है
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