पांवटा साहिब: हिमाचल में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं. इस बीच कोरोना मरीजों की देखभाल से लेकर उनकी जरुरतों का ध्यान रखना भी किसी चुनौती से कम नहीं है. बीते कुछ वक्त से देशभर से कई डराने वाली तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, जिनमें कोरोना मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,लेकिन हिमाचल में स्थिति काफी बेहतर है.
प्रदेश के जिला सिरमौर के स्वास्थ्य महकमे की बात की जाए तो पूरे सिरमौर में 5 कोविड सेंटर बनाए गए हैं. जिला प्रशासन अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश कर रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े.
सिरमौर के कोविड सेंटर्स में कोरोना मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन मरीजों की सभी मूलभूत सुविधाओं का ख्याल रख रहा है. स्वस्थ होकर अपने घर लौटे लोगों ने बताया कि कोविड सेंटर्स में पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. नहाने के लिए अच्छे साबुन से लेकर टूथपेस्ट, आयुर्वेदिक काड़ा और पौष्टिक आहार साथ ही साथ सफाई व्यवस्था का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है.
स्वास्थ्य महकमे की टीम कोरोना मरीजों को समय-समय पर हर तरह की सुविधा देने के लिए कार्य कर रही है. हर समय हर व्यक्ति पर निगरानी रखी जाती है. संक्रमित व्यक्तियों के लिए अच्छा खाना, फ्रूटस, प्रोटीन का पूरा प्रबंध किया गया है.
स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली भी वाकई में काबिले तारीफ है. प्रशासन पूरी मुस्तैदी से इस मुश्किल दौर का सामना कर रहा है. उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि कोविड- सेंटर बनाने के लिए उन्होंने पहले ही रणनीति बना ली थी.
अच्छी सुविधाएं मिलने की वजह से रिकवरी भी जल्दी हो रही है. डीसी सिरमौर ने बताया कि जो कोरोना पेशेंट पहले 15 से 20 दिनों तक ठीक हो रहा था, वह अब 7 से 10 दिनों स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं.
कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ-साथ प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी कोविड-19 से लड़ाई लड़ रहा है. मरीजों की जरूरतों को पूरा करना, उनकी देखभाल करने के साथ-साथ उन्हें वापस स्वस्थ करना प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे के लिए एक चुनौती है, जिसका वह बखूबी सामना कर रहे हैं.